Wednesday, 26 July 2017
धन सम्पदा बढ़ाने के वास्तु सम्बंधित उपाय
धन सम्पदा बढ़ाने के वास्तु सम्बंधित उपाय
सभी की यही कामना रहती हैं कि घर में धन धान्य , सम्पदा , समृदि की बढ़त बनी रहे। लेकिन यदि श्रदा - भक्ति से पूजन और कर्म करने के बाद भी आपकी मनोकामना पूरी नहीं हो रही है , तो इसकी वजह इन वास्तु मान्यताओं में छुपी हो सकती है।
भारतीय व चीनी वास्तु तथा मान्यताओं में ऐसी कई सावधानियां बरतने की हिदायत दी गई हैं, जिनको मानने से कहते हैं कि लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
* चीनी वास्तु के अनुसार कई दिनों तक घर के नल से पानी टपकता रहे, तो ऐसे घर में धन नहीं ठहरता। कमाई अच्छी होने पर भी आर्थिक क्षय और अपव्यय की स्थिति बनी रहती है।
* सुव्यवस्थित और साफ सुथरा वातावरण लक्ष्मी जी को पसंद है। जाले लग रहे हों , धूल खाता, पुराना अनुपयोगी सामान इकट्ठा कर रखा हो, दीवार पर जगह जगह कीले लगी हों और सामान बिखरा हो, तो धन आगमन बाधित हो सकता है।
* मंदिर की क्षमतानुसार ही मूर्तियां - चित्र रखें। मंदिर में एक ही भगवान की एक से ज्यादा छवि न रखें। मंदिर इतना न भरा हो कि देवों को पर्याप्त जगह ही न मिले। पूजा के दौरान बातचीत न करने और पूरा ध्यान लगाने को भी कहा जाता है।
* पैरों में विष्णु का वास माना गया है, इसलिए बुजुर्गो द्वारा अपने पैर के ऊपर पैर रखकर नहीं बैठने की हिदायत दी जाती है। इससे यह भी आशंका रहती है कि असावधानीवश देव मूर्ति की दिशा में पैर न हो जाएं।
* झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. क्योंकि यह गंदगी साफ करती शाम के बाद झाड़ू न लगाने के लिए कहते हैं, क्योंकि कम रोशनी में किसी कीमती चीज के कचरे में चले जाने की आशंका रहती है।
* जहां परिवार में सभी मिल जुलकर रहते हैं और प्रीत की रीत ख़ुशी से निभाई जाती है, लक्ष्मी का वास उसी घर में होता है। साथ ही घर के बुजुर्गो के प्रति आदरभाव रखें। कभी भी उनका अपमान न करें , न ही किसी को ऐसा करने दें। जिस घर में बड़ों का आदर न हो , कलह की स्थिति रहे, वहां लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं।
* रसोईघर में जूठन न छोड़ें। इसे हमेशा साफ रखें। खाना पकाते समय प्रसन्न रहें। पकते भोजन को जूठा करना भी गलत माना जाता है।
* पूजा के दौरान मंत्रो का उच्चारण स्पष्ट व शुद्ध होना चाहिए।
* रुपयों को गिनते समय थूक का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
* घर में अनायास उग आए वृक्षीय पौधे को न उखाड़े। बहुत आवश्यक हो , तो उसे सावधानी से निकालकर ऐसे स्थान पर रोप दें, जहां वह पनपकर वृक्ष बन सके।
* सर्प , मछली, कछुए तथा अन्य जीवों को परेशान करने या अकारण मारने वाला हमेशा ही दरिद्र रहता है।
* जिस घर में आलस्य पसरा हो, वहां लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं। इसलिए सुबह देर तक सोने या हर काम को टालने से बचें।
* मंदिर में बैठने के आसन की सीधे हाथ से उठाएं। इसे पैरों से सरकाने की गलती न करें।
सभी की यही कामना रहती हैं कि घर में धन धान्य , सम्पदा , समृदि की बढ़त बनी रहे। लेकिन यदि श्रदा - भक्ति से पूजन और कर्म करने के बाद भी आपकी मनोकामना पूरी नहीं हो रही है , तो इसकी वजह इन वास्तु मान्यताओं में छुपी हो सकती है।
भारतीय व चीनी वास्तु तथा मान्यताओं में ऐसी कई सावधानियां बरतने की हिदायत दी गई हैं, जिनको मानने से कहते हैं कि लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
* चीनी वास्तु के अनुसार कई दिनों तक घर के नल से पानी टपकता रहे, तो ऐसे घर में धन नहीं ठहरता। कमाई अच्छी होने पर भी आर्थिक क्षय और अपव्यय की स्थिति बनी रहती है।
* सुव्यवस्थित और साफ सुथरा वातावरण लक्ष्मी जी को पसंद है। जाले लग रहे हों , धूल खाता, पुराना अनुपयोगी सामान इकट्ठा कर रखा हो, दीवार पर जगह जगह कीले लगी हों और सामान बिखरा हो, तो धन आगमन बाधित हो सकता है।
* मंदिर की क्षमतानुसार ही मूर्तियां - चित्र रखें। मंदिर में एक ही भगवान की एक से ज्यादा छवि न रखें। मंदिर इतना न भरा हो कि देवों को पर्याप्त जगह ही न मिले। पूजा के दौरान बातचीत न करने और पूरा ध्यान लगाने को भी कहा जाता है।
* पैरों में विष्णु का वास माना गया है, इसलिए बुजुर्गो द्वारा अपने पैर के ऊपर पैर रखकर नहीं बैठने की हिदायत दी जाती है। इससे यह भी आशंका रहती है कि असावधानीवश देव मूर्ति की दिशा में पैर न हो जाएं।
* झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. क्योंकि यह गंदगी साफ करती शाम के बाद झाड़ू न लगाने के लिए कहते हैं, क्योंकि कम रोशनी में किसी कीमती चीज के कचरे में चले जाने की आशंका रहती है।
* जहां परिवार में सभी मिल जुलकर रहते हैं और प्रीत की रीत ख़ुशी से निभाई जाती है, लक्ष्मी का वास उसी घर में होता है। साथ ही घर के बुजुर्गो के प्रति आदरभाव रखें। कभी भी उनका अपमान न करें , न ही किसी को ऐसा करने दें। जिस घर में बड़ों का आदर न हो , कलह की स्थिति रहे, वहां लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं।
* रसोईघर में जूठन न छोड़ें। इसे हमेशा साफ रखें। खाना पकाते समय प्रसन्न रहें। पकते भोजन को जूठा करना भी गलत माना जाता है।
* पूजा के दौरान मंत्रो का उच्चारण स्पष्ट व शुद्ध होना चाहिए।
* रुपयों को गिनते समय थूक का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
* घर में अनायास उग आए वृक्षीय पौधे को न उखाड़े। बहुत आवश्यक हो , तो उसे सावधानी से निकालकर ऐसे स्थान पर रोप दें, जहां वह पनपकर वृक्ष बन सके।
* सर्प , मछली, कछुए तथा अन्य जीवों को परेशान करने या अकारण मारने वाला हमेशा ही दरिद्र रहता है।
* जिस घर में आलस्य पसरा हो, वहां लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं। इसलिए सुबह देर तक सोने या हर काम को टालने से बचें।
* मंदिर में बैठने के आसन की सीधे हाथ से उठाएं। इसे पैरों से सरकाने की गलती न करें।
Tuesday, 25 July 2017
पैसा कमाने के उपाय
आपका लक
अगर आपका लक आपके साथ है तो आप दुनिया जीत सकते हैं. लेकिन हर किसी का भाग्य सबके साथ नहीं होता. ना ही सबका भाग्य एक जैसा हेता है. क्या आप भी सचमुच अपना भाग्य जगाना चाहते हैं? यदि आप भी अपना भाग्य बदलकर दुनिया में अपना मुकाम हासिल करना चाहते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे आसान से उपाय बताएंगे जिसे अपनाकर आप अपना भाग्य जगा सकते हैं. जानिए, भाग्य जगाने के कुछ टोटकों के बारे में.
एकादशी का व्रत
आप अपने भाग्य को जगाकर जीवन में सफल होना चाहते हैं तो एकादशी का व्रत रखें. एक साल तक हर एकादशी पर व्रत रखें. व्रत के दिन सूर्य देवता को जल चढा़एं. चावल ना खाएं. इस दिन चावल या चावल से बनी चीजें दान दें. व्रत के दौरान आप दूध, पानी और फल खा सकते हैं. जिस भगवान को आप मानते हैं उनका जाप करें. शाम के समय कुछ दान अवश्यप रें. रात के समय चांद को देखें और समय पर सोएं. सालभर हर एकादशी पर ऐसा करने से आपका भाग्य खुद-ब-खुद चमकने लगेगा.
दान करें
दान करने से भी बहुत लाभ मिलता है. बच्चे से दान करवाया जाए तो अधिक लाभ मिलेगा. आपको खासतौर पर उन चीजों का दान करना चाहिए जो आपके कमजोर ग्रहों से ताल्लुक रखती हैं.
अमावस्या के दिन ये चीजें करें
अमावस्या के दिन गाय या किसी गरीब को खाना खिलाएं. पितरों को सच्चे मन से याद करें, आपका भाग्य चमकेगा. मिट्टी के बर्तन में काले तिल और पानी लें. दक्षिण की तरफ बैठकर इस मंत्र का जाप करें ‘ओम पितरू देवाय नमः ओम शांति भवाह’. ऐसा करने से आपको फायदा होगा.
अत्यधिक महत्वकांक्षी ना होना
ज़िंदगी में कभी-कभी वो सब नहीं मिलता जो हम चाहते है मगर ये बात हमारे हित में भी होती है. इससे हम उन झटकों को आराम से झेल जाते हैं जिनकी हमने कल्पना नहीं की होती. इसलिए ज़िंदगी के हर दृष्टिकोण को अपनाने से और महत्वकांक्षी न होने से ज़िंदगी सुधर जाती हैं.
तनाव से दूर रहना
ज्यादा सोचना इंसान की सेहत के लिए अच्छा नहीं होता उससे इंसान नकारात्मक बन जाता है. हर परिस्थिति का अनुमान लगाना और उससे जुड़े परिणाम सोचने से इंसान अपनी सेहत के साथ-साथ दिमाग का नुकसान भी करता है. जब भी आप किसी बात को लेकर ज्यादा परेशान हों तो उस बात के बारे में बहुत अधिक ना सोचें बल्कि सीधा जाकर काम करें तो बेहतर होगा. ऐसा करने से आप तनाव से दूर भाग्य के करीब होंगे.
Ruchi Sehgal
पैसा बढ़ाने के लिए लगाये ये पौधा
पैसा बढ़ाने का सबसे आसान और अनोखा तरीका, लगाएं पैसो का ये पौधा!
आपको ये जान कर आश्चर्य होगा कि इनकम और प्रॉफीट दोनो बढ़ाने के लिए पैसों का पौधा लगाना चाहिए। जी हां ये सही है साथ ही इससे आसान और अनोखा तरीका शायद ही कोई हो।
ज्योतिष में पैसा देने वाला और हर शौक पूरा करने वाला पौधा बताया गया है जिसको घर में लगाने से पैसा ही पैसा बढऩे लग जाता है।
दरअसल ये एक तरह की बेल होती है जिसे मनी प्लांट पौधा कहा जाता है। लाल किताब के अनुसार ये शुक्र ग्रह का कारक पौधा है। कोई भी जमीन पर आगे बढऩे वाली लेटी हुई बेल शुक्र की ही कारक होती है।
लाल किताब में वृक्षों का क्या महत्व है और जातक की कुंडली के अनुसार कौन-कौन-सा वृक्ष लाभकारी है या नहीं, इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया गया है।
अगर कुंडली के शुक्र को मजबुत बना लिया जाए तो आपके घर में पैसों और ऐश आराम के साधनों की कोई कमी नहीं होगी। घर में मनी प्लांट लगाना अत्यधिक शुभ फलकारी है। आजकल के जमाने में घर अंदर से पूरी तरह पक्के होते हैं। इसलिए घर में शुक्र का स्थान नहीं बन पाता है, क्योंकि शुक्र कच्ची जमीन का कारक है। इसलिए घर में कहीं भी कच्ची जमीन न हो तो मनी प्लांट लगाना शुभ फल का कारक है।
आपको ये जान कर आश्चर्य होगा कि इनकम और प्रॉफीट दोनो बढ़ाने के लिए पैसों का पौधा लगाना चाहिए। जी हां ये सही है साथ ही इससे आसान और अनोखा तरीका शायद ही कोई हो।
ज्योतिष में पैसा देने वाला और हर शौक पूरा करने वाला पौधा बताया गया है जिसको घर में लगाने से पैसा ही पैसा बढऩे लग जाता है।
दरअसल ये एक तरह की बेल होती है जिसे मनी प्लांट पौधा कहा जाता है। लाल किताब के अनुसार ये शुक्र ग्रह का कारक पौधा है। कोई भी जमीन पर आगे बढऩे वाली लेटी हुई बेल शुक्र की ही कारक होती है।
लाल किताब में वृक्षों का क्या महत्व है और जातक की कुंडली के अनुसार कौन-कौन-सा वृक्ष लाभकारी है या नहीं, इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया गया है।
अगर कुंडली के शुक्र को मजबुत बना लिया जाए तो आपके घर में पैसों और ऐश आराम के साधनों की कोई कमी नहीं होगी। घर में मनी प्लांट लगाना अत्यधिक शुभ फलकारी है। आजकल के जमाने में घर अंदर से पूरी तरह पक्के होते हैं। इसलिए घर में शुक्र का स्थान नहीं बन पाता है, क्योंकि शुक्र कच्ची जमीन का कारक है। इसलिए घर में कहीं भी कच्ची जमीन न हो तो मनी प्लांट लगाना शुभ फल का कारक है।
Ruchi Sehgal
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