मुकदमा जीतने के लिए मंत्र तथा पाठ
यदि आपका मुकदमा लंबे समय से अटका हुआ हो, तो गणेश जी के निम्नलिखित मंत्र का जाप 21 दिनों तक करें – “ॐ गं गणपतये नम:’ मंत्र जाप से पूर्व 21 दूब चढ़ाकर पंचोपचार विधि से पूजन करें| आसन लाल रंग का उपयोग करें| मुकदमे में फैसला जल्द और आपके पक्ष में होगा|
निरंतर छह महीनों तक संकटमोचन गणेश स्तोत्र का नित्य तीन बार पाठ करें| पुनः छह माह के उपरांत यह स्तोत्र लिखकर आठ ब्रांहनों को दान करें| मुकदमे आ रही सभी बिघ्न बाधाएँ दूर हो जाएंगी|
“दीनदयाल बिरदु संभारी, हरहू नाथ मम संकट भारी” तुलसीदास द्वारा रचित रामायण के सुंदरकांड का यह दोहा चमत्कारी है| 108 बार निरंतर 3 माह तक इसके पाठ से मुकदमे में अवश्य सफलता मिलती है|
मंगलवार के दिन हनुमान जी के सम्मुख घी का दीया लगाकर उन्हें गुड चने का भोग लगाए तथा सौ बार हनुमान चालीसा का पाठ करें| ऐसा निरंतर सात मंगलवार तक करने से लंबे समय से अटका मुकदमा समाप्त हो जाता है|
त्रियोदशी के पुनर्वसु नक्षत्र में सुरही के चर्म निर्मित आश्रम पर किसी नदी तट पर निम्नलिखित मंत्र का जाप प्रारम्भ करें
: ॐ क्रां क्रां क्रां धूम्रसारी बदाक्षं विजयति जयति ओं स्वाहा।
एक मास तक निरंतर जाप करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। सुनवाई के दिन इस मंत्र को सात बार पढ़कर कचहरी जाएँ| मुकदमे में जीत निश्चित है|
Ruchi Sehgal
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