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Sunday, 11 November 2018
मानस के मन्त्र
मानस के मन्त्र
1. प्रभु की कृपा पाने का मन्त्र“मूक होई वाचाल, पंगु चढ़ई गिरिवर गहन।जासु कृपा सो दयाल, द्रवहु सकल कलिमल-दहन।।”
विधि-प्रभु राम की पूजा करके गुरूवार के दिन से कमलगट्टे की माला पर २१ दिन तक प्रातः और सांय नित्य एक माला (१०८ बार) जप करें।लाभ-प्रभु की कृपा प्राप्त होती है। दुर्भाग्य का अन्त हो जाता है।
2. रामजी...
Read moreविवाह बाधा समाप्ति के लिए तथा यात्रा में सफलता के लिए रामचरित मानस के मंत्र
विवाह बाधा समाप्ति के लिए तथा यात्रा में सफलता के लिए मंत्र रामचरित
विवाह के लिए तब जनक पाई वसिष्ठ आयसु ब्याह साज संवारि कै।मांडवी श्रुतकी रति उरमिला कूंअरी लई हंकारी कै।।
यात्रा सफल होने के लिएप्रविसिनगर कीजै सब वाजा।हृदये राशि कोसलपुर राजा।।
प्रेम बढ़ाने के लिएसब नर करहि परस्पर प्रीति।चलहि स्वधर्म निरत श्रुति नीत...
Read moreशत्रु नाश के लिए रामचरित मानस के कुछ मंत्र
रामचरित मानस गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध ग्रन्थ है यह ग्रन्थ स्थानीय अवधी भाषा में लिखा गया था। उस समय के सभी विद्वानों ने तथा प्रकृष्ट पंडितो ने इस ग्रन्थ का भरपूर विरोध किया था। क्युकी उनका मानना था संस्कृत भाषा के आलावा और किसी भाषा में पूजा अर्चना व् देव स्तुति नहीं की जा सकती। ...
Read moreरामचरित मानस के चमत्कारी मंत्र
पूर्ण भक्ति एवं श्रद्धा के साथ किसी भी शास्त्र के मंत्र या चौपाई का उपयोग किया जाए तो फल प्राप्ति की संभावना शत-प्रतिशत है। रोग निवारण, भय व शत्रु से मुक्ति के मंत्र से साधक में एक अनोखी शक्ति एवं साहस, समस्या-समाधान करने की सूझ-बूझ व विवेक, बुद्धि और प्रयत्न, परिश्रम व संघर्ष करने की प्रवृत्ति उत्पन्न हो जाती है, जिससे अनुकूल फलों...
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