बदलता परिवेश और रहन-सहन शहर में मधुमेह ( madhumeh ) के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा कर रहा है। खान-पान पर नियंत्रण न होना भी इसके लिए जिम्मेदार है। डायबिटीज ( diabetes ) के मरीज को सिरदर्द, थकान जैसी समस्याएं हमेशा बनी रहती हैं। मधुमेह में खून में शुगर ( sugar ) की मात्रा बढ जाती है। ऐलोपैथिक में इसका कोई स्थायी इलाज नहीं मिल पाया है परन्तु आयुर्वेद के उपायों, जीवनशैली में बदलाव, शिक्षा तथा खान-पान की आदतों में सुधार द्वारा रोग को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है।
यहाँ मधुमेह ( madhumeh ) को नियंत्रण करने के हम कुछ आसन से घरेलू उपाय बता रहे है जानिए मधुमेह से कैसे निजात पाएं, madhumeh se kaise nijat payen
मधुमेह के उपाय
( Madhumeh Ke Upay )
मधुमेह और दिल के मरीजो के रोगियों के लिए बहुत लाभकारी प्रयोग :-
अच्छी क्वालिटी के दो मुट्ठी साफ गेंहू को 10 मिनट तक पानी में उबालने के बाद उन्हें ठंडा होने पर किसी कपडे में रख कर उसको लगातार पानी में भिगो कर रखे ताकि वो अंकुरित हो सके। उबालने के बाद 10-15 प्रतिशत गेंहू में ही अंकुरित होने का सामर्थ्य बचा होगा ।
जब 4-5 दिन के बाद गेंहू में लगभग एक इंच तक लंबे अंकुर निकल आये तो उन्हें सिर्फ दो से तीन तक खाली पेट खाएं इससे मधुमेह से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जायेगा । इस प्रयोग को ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने बहुत से लोगो पर जांचा और ये अद्भुत उपाय जांच में बिलकुल सही साबित हुआ।
यदि इसे दो और दिन तक अर्थात लगातार 5 दिन तक खाया जाय तो हार्ट अटैक की सम्भावना भी बिलकुल नगण्य हो जाती है ।
इसे खाने के बाद एक घंटे तक कुछ भी ना खाएं ।
मधुमेह पर नियंत्रण रखने के लिए नित्य प्रात: बिना कुछ भी खाए गिलोय अथवा नीम की दातुन से अपने दाँत साफ करने चाहिए । दातुन करने की प्रकिया में जो भी रस निकले उसे थूकें नहीं वरन नगलते जाएँ । गिलोय एवं नीम का रस मधुमेह में चमत्कार का काम करता है ।
इस छोटे से उपाय को अपनी दिनचर्या बनाने से जीवन में कभी भी मधुमेह पास भी नहीं आएगी और जिन्हे है उनकी पूरी तरह से नियन्त्रण में रहेगी ।
तुलसी के पत्तों में ऐन्टीआक्सिडन्ट और ज़रूरी तेल होते हैं जो इनसुलिन के लिये सहायक होते है । इसलिए शुगर लेवल को कम करने के लिए दो से तीन तुलसी के पत्ते को प्रतिदिन खाली पेट लें, या एक टेबलस्पून तुलसी के पत्ते का जूस लें। इससे मधुमेह में लाभ ( madhumeh me labh ) मिलता है
10 मिग्रा आंवले के जूस को 2 ग्राम हल्दी के पावडर में मिला लीजिए। इस घोल को दिन में दो बार लीजिए। इससे खून में शुगर नियंत्रण ( Sugar Niyantran ) में रहती है।
काले जामुन डायबिटीज की अचूक औषधि ( Diabetes Ki Achuk Aushadhi ) मानी जाती है। मधुमेह के रोगी ( Madhumeh ki rogi ) को काले नमक के साथ जामुन खाना चाहिए। इससे खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है ।
लगभग एक महीने के लिए अपने रोज़ के आहार में एक ग्राम दालचीनी का इस्तेमाल करें, इससे ब्लड शुगर लेवल को कम करने के साथ वजन को भी नियंत्रण करने में मदद मिलेगी। यह मधुमेह का अचूक उपचार है । ( madhumeh ka achuk upchar )
करेले को मधुमेह की औषधि ( madhumeh ki aushadhi ) के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका कड़वा रस शुगर की मात्रा कम करता है।अत: इसका रस रोज पीना चाहिए। उबले करेले के पानी से मधुमेह को शीघ्र स्थाई रूप से समाप्त किया जा सकता है।
मधुमेह के उपचार के लिए मैथीदाने का बहुत महत्व है, इससे पुराना मधुमेह भी ठीक हो जाता है। मैथीदानों का चूर्ण नित्य प्रातः खाली पेट दो टी-स्पून पानी के साथ लेना चाहिए ।
काँच या चीनी मिट्टी के बर्तन में 5-6 भिंडियाँ काटकर रात को गला दीजिए, सुबह इस पानी को छानकर पी लीजिए। इससे मधुमेह दूर होती है
मधुमेह मरीजो को नियमित रूप से दो चम्मच नीम और चार चम्मच केले के पत्ते के रस को मिलाकर पीना चाहिए।
ग्रीन टी भी मधुमेह मे बहुत फायदेमंद मानी । जाती है ग्रीन टी में पॉलीफिनोल्स होते हैं जो एक मज़बूत एंटी-ऑक्सीडेंट और हाइपो-ग्लाइसेमिक तत्व हैं, शरीर इन्सुलिन का सही तरह से इस्तेमाल कर पाता है।
सहजन के पत्तों में दूध की तुलना में चार गुना कैलशियम और दुगना प्रोटीन पाया जाता है। मधुमेह में इन पत्तों के सेवन से भोजन के पाचन और रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है। इसके नियमित सेवन से भी लाभ प्राप्त होता है ।
Ruchi Sehgal
Tuesday, 16 January 2018
मधुमेह के घरेलु उपाय
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