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Wednesday, 7 November 2018

क्या महिलाओं को शंख नहीं बजाना चाहिए?

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शंख मूल रूप से दो प्रकार के होते हैं - दखिसिनवर्तती और वामावर्त। वे शक्तिशाली लोगों और उच्च प्राणियों से जुड़े हुए हैं। वे बिजली और सजावट से जुड़े हुए हैं। कई ग्रंथों में, हमने पढ़ा है कि योद्धाओं की ताकत और शक्ति दिखाने के लिए युद्धों में शंकों का उपयोग किया जाता था। पहले के दिनों में, यह माना जाता था कि शंक की मजबूत ध्वनि में ऊर्जा महिलाओं में प्रजनन दर कम करती है और यहां तक कि गर्भवती महिलाएं भी अपने बच्चों को गर्भ में खो सकती हैं। हालांकि आधुनिक समय में हम उन प्रकार के शक्तिशाली शंकों और उन्हें उड़ाने की क्षमता नहीं देखते हैं। लेकिन किसी भी तरह की ध्वनि, कंपन या कोई भावना जो मां सुनती है वह बच्चे के मनोविज्ञान को प्रभावित कर सकती है। \

बंगाल में, शादी के दौरान महिलाएं परंपरा के रूप में शंख उड़ाती हैं। चूंकि शंख की आवाज बुराई आत्माओं को दूर करने के लिए माना जाता है

मंत्र साधना करते समय सावधानियां

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मंत्र साधना करते समय सावधानियां
Y      मन्त्र तथा साधना को गुप्त रखें, ढिंढोरा ना पीटें, बेवजह अपनी साधना की चर्चा करते ना फिरें .
Y      गुरु तथा इष्ट के प्रति अगाध श्रद्धा रखें .
Y      आचार विचार व्यवहार शुद्ध रखें.
Y      बकवास और प्रलाप न करें.
Y      किसी पर गुस्सा न करें.
Y      यथासंभव मौन रहें.अगर सम्भव न हो तो जितना जरुरी हो केवल उतनी बात करें.
Y      किसी स्त्री का चाहे वह नौकरानी क्यों न हो, अपमान न करें.
Y      जप और साधना का ढोल पीटते न रहें, इसे यथा संभव गोपनीय रखें.
Y      बेवजह किसी को तकलीफ पहुँचाने के लिए और अनैतिक कार्यों के लिए मन्त्रों का प्रयोग न करें.
Y      ऐसा करने पर परदैविक प्रकोप होता है जो सात पीढ़ियों तक अपना गलत प्रभाव दिखाता है.
Y      इसमें मानसिक या शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों का जन्म , लगातार गर्भपात, सन्तान ना होना , अल्पायु में मृत्यु या घोर दरिद्रता जैसी जटिलताएं भावी पीढ़ियों को झेलनी पड सकती है |
Y      भूत, प्रेत, जिन्न,पिशाच जैसी साधनाए भूलकर भी ना करें , इन साधनाओं से तात्कालिक आर्थिक लाभ जैसी प्राप्तियां तो हो सकती हैं लेकिन साधक की साधनाएं या शरीर कमजोर होते ही उसे असीमित शारीरिक मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है | ऐसी साधनाएं करने वाला साधक अंततः उसी योनी में चला जाता है |


सर्व वशीकरण मंत्र :

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सर्व वशीकरण मंत्र :-  ” ॐ ह्रीं क्लीं आमुकं आकर्षण मम् वश्यं कुरु स्वाहा ” | कुंकुंम ,केशर व चन्दन के घोल मिश्रित कर एक भोजपत्र के ऊपर एक गुडिया का चित्र बनाये | तत्पश्चात किसी शुभ दिन तथा नक्षत्र व तिथि पर षोडशोपचार से पूजा करें | यश प्राप्ति के लिए  प्रार्थना करते है और कत्थे की लकड़ी से हवन कर ऊपर दिए मंत्र से कनेर पुष्प गूगल तथा घी की 108 बार आहुति देते है | इससे स्त्री-पुरुष सभी को वश में किया जा सकता है | मंत्र में अमुक के स्थान पर जिसको वश में करना हो उसका नाम लेना चाहिए |