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Tuesday, 18 February 2020

नौकरी व व्यापार में उन्नत्ति के अचूक टोटके ||

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नौकरी व व्यापार में उन्नत्ति के अचूक टोटके ||

कभी- कभी ग्रहों की दशाओं के कारण व्यक्ति की नौकरी और व्यापार में रूकावट आ जाती है | दिखाई देने वाले कारण कुछ भी हो सकते है किन्तु कहीं न कहीं इन कारणों के पीछे ग्रहों का प्रभाव भी होता है | ग्रहों के अनुकूल होने पर जीवन में सभी कार्य बनते चले जाते है | फिर चाहे वो नौकरी हो , व्यापार हो या  फिर विवाह में हो रहा विलंभ |



इसके विपरीत यदि ग्रह आपके अनूकुल नहीं है तो समय -समय पर आपको मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है | आज हम आपको कुछ ऐसे टोटके बताने जा रहे है जिनके करने से आप नौकरी व व्यापार  की उन्नत्ति में हो रही रूकावट को दूर कर सकते है  :

⇒  किसी शुक्रवार के दिन, थोड़ी मात्रा में गुड़ और चने लेकर उसमें खट्टी- मीठी बच्चों के खाने वाली टोफियाँ मिला लें  अब इसे 8 बच्चों को बाँट दे , ध्यान दे सभी बच्चों की आयु 8 वर्ष से कम होनी चाहिए | इस प्रयोग को 8 शुक्रवार तक करना है | बीच के दिनों में करने की आवश्यकता नहीं है | यह प्रयोग सिर्फ शुक्रवार वाले दिन ही करें | आठ शुक्रवार पूरे होने से पहले ही आपको अपनी नौकरी या व्यापर में उन्नति के लक्षण दिखने लगेंगे |

|| व्यवसाय में वृद्धि के उपाय ||

⇒   व्यवसाय वृद्धि के लिए :-  शनिवार के दिन पीपल का पत्ता लेकर उसे अच्छे से धो ले और धुप – दीप दिखाकर उसे जहाँ आप अपनी दुकान पर बैठते है उस आसन के नीचे रख दे | इस क्रिया को सात शनिवार तक करें | जैसे ही सात शनिवार पूरे हो जाते है आप इन सभी पत्तों को लेकर किसी नहर या बहते पानी में डाल दे | इस प्रकार करने से आपका व्यापार चलने लगेगा |

⇒  कपूर और रोली को जलाकर उसकी राख बना ले | अब राख को आप किसी डिब्बी में डालकर बंद कर दे | इस डिब्बी को आप अपने व्यापार में जहा पैसे रखते है उस स्थान पर रख दे | व्यापार में लाभ मिलेगा |

⇒   रविवार के दिन एक साफ़ पात्र में गंगाजल लेकर उसे गायत्री मंत्र से 21 बार जाप कर जल में फूंक लगाकर अभिमंत्रित कर ले | प्रत्येक मंत्र के बाद आप जल में फूंक लगायें | अब इस जल को आप अपनी दुकान या कारखाना जो भी हो सभी जगह पर छिड़क दे | शौचालय जैसी जगहों को छोड़ दे | इस प्रकार यह कार्य आप 7 रविवार तक करें | आपके व्यापार में वृद्धि होने लगेगी |



⇒   सुबह – सुबह अपने व्यवसाय पर जाने से पहले अपने ईष्ट देव का नाम लेकर परफ्यूम लगाकर जाने से भी व्यापार अच्छा चलता है |

⇒   एक चांदी की कटोरी में चांदी के ही गणेश जी और लक्ष्मी जी स्थापित करें | अब इसे अपने व्यापर के या दुकान के पूर्व दिशा में स्थापित कर दे | रोज सुबह -सुबह इनके सामने दूप -दीप करें आपके व्यापार में वृद्धि होने लगेगी |

⇒   मिट्टी के चार बर्तन ले ले, अब इनमे से एक बर्तन में काले तिल , दुसरे में जौ , तीसरे बर्तन में साबुत हरे मूंग और चौथे बर्तन में पीली सरसों भरकर रख दे  | अब इन चारों बर्तन को दुकान में कहीं पर भी रख दे | एक साल तक इन्हें इसे ही रखे रहने दे | एक साल बाद इनको  कहीं बहते पानी में विसर्जित कर दे |  यदि आपके व्यसाय में ग्राहक नही आ रहे है या आपकी दुकान में भी ग्राहक नही आ रहे है तो इस टोटके का प्रयोग अवश्य करें |

|| नौकरी में उन्नत्ति के लिए ||

⇒   नौकरी में उन्नत्ति के लिए :  प्रतिदिन सुबह -सुबह सूर्यदेव को जल चढ़ाये | और जल अर्पित करते समय  गायत्री मंत्र का जाप भी करें | ऐसा करने से सूर्य से मिलने वाली उर्जा का आप पर सकारात्मक प्रभाव आने लगेगा और आपकी नौकरी में उन्नति के दरवाजे खुलने लगेंगे |

⇒   शनि देव हमारे कर्मो का फल देने वाले देव माने जाते है | इसलिए यदि आप चाहते है नौकरी में उन्नति करना तो आज से ही प्रत्येक   शनिवार को शनिदेव की पूजा पूरे विधि -विधान अनुसार करना आरम्भ कर दे | सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें | और शनिदेव के मंत्र का जाप करें :   “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनिश्चराय नमः” |

⇒   सात प्रकार के अनाज को मिलाकर घर पर रख ले | अब इनमे से प्रतिदिन थोडा -थोडा अनाज पक्षियों को खिलाये | इस प्रकार करने से सभी गृह दोष शांत होकर नौकरी में आने वाली सभी कठिनाइयाँ समाप्त हो जाती है |

⇒   सुबह घर से नौकरी पर जाते समय एक रोटी साथ लेकर जाये और रस्ते में किसी गाय को खिला दे | ऐसा करने से आपको नौकरी में जल्द ही प्रोमोशन मिलता है |


Karz Mukti ke upay कर्ज से छुटकारा पाने के उपाय : –

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Karz Mukti ke upay कर्ज से छुटकारा पाने के उपाय : –

बुधवार को सुबह नहाने के बाद खाली पेट गाय को हरा चारा खिलाये | यह प्रयोग लगातार तब तक करते रहे जब तक कि कर्ज के लिए परिस्तिथियाँ अनुकूल न हो जाये |
लगातार 2 मंगलवार को हनुमान जी को चौला चढ़ाये | और हनुमान जी के चरणों से सिन्दूर लेकर माथे पर टीका लगाये | इसके साथ – साथ नियमित रूप से हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करें |
प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें | इस प्रयोग से कर्ज धीरे -धीरे कम होने लगता है |
भगवान श्री गणेश , रिद्धि -सिद्धि देने वाले देव कहलाते है | इसलिए नियमित रूप से उनकी पूजा करने से और दूर्वा व मोदक का भोग लगाने से कर्ज से मुक्ति मिलती है |
पांच गुलाब के ताजा फूल लेकर इन्हें 7 बार गायत्री मंत्र द्वारा अभिमंत्रित कर इसे एक सफ़ेद कपडे में बांधकर किसी नदी या बहते हुए जल में प्रवाहित कर दे | कर्ज चुकाने के द्वारा खुलने लगेंगे |
सर्व सिद्धि बीसा यन्त्र धारण करने से भी क़र्ज़ से मुक्ति मिलती है |
शनिवार के दिन घर की चौखट पर घोड़े की नाल को अभिमंत्रित कर लगाना चाहिए |
मंगलवार को किसी निकट के शिवमंदिर में जाकर शिवलिंग पर मसूर की दाल और जल अर्पित करे और साथ ही इस मंत्र का जाप भी करें ” ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय  नमः ” |
शनिवार के दिन एक मिट्टी के दिए में सरसों का तेल भरकर इसे अच्छे से ढक दे | अब इस दिए को किसी तालाब या नदी के किनारे थोडा गड्डा खोदकर दबा दे | यह भी एक परीक्षित प्रयोग है कर्ज से शीघ्र मुक्ति पाने का |
कर्ज से जल्द छुटकारा पाने हेतु ऋणमोचन मंगल स्त्रोत का पाठ भी करना चाहिए |
इन सब उपायों के अतिरिक्त आप पूजा के समय इन मंत्रो की एक माला का जाप कर अपने कर्ज से मुक्ति (karz mukti ke upay) पा सकते है :

|| ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय  नमः ||

|| ॐ मंगलमूर्तये नमः ||

||ॐ गं ऋणहर्तायै नमः  ||


राहु के 38 उपाय

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राहु को छाया ग्रह कहा जाता है, और श्रीमदभागवतमहापुराण में तो शुकदेवजी ने स्पष्ट वर्णनकिया कि यह सूर्य से 10 हजार योजन नीचे स्थित है,और श्याम वर्ण की किरणें निरन्तर पृथ्वी परछोडता रहता है, यह मिथुन राशि में उच्च का होता है,धनु राशि में नीच का हो जाता है, राहु और शनि रोगकारक ग्रह है, इसलिये यह ग्रह रोग जरूर देता है। काला जादू तंत्र टोना आदि यही ग्रह अपने प्रभाव सेकरवाता है। अचानक घटनाओं के घटने के योग राहु केकारण ही होते है, और षष्टांश में क्रूर होने पर ग्रद्य रोगहो जाते है। राहु ब्रह्माण्ड का दृश्य रूप है।

राहु की दशा से मुक्ति के उपाय

शनिवार के दिन सूर्य उदय से पूर्व दो मोर पंख ले कर आयेंपंख के नीचे भूरे रंग का धागा बाँध लेँ एक थाली मेंपंखों के साथ दो सुपारियाँ रखें गंगाजल छिड़कते हुए 21बार ये मंत्र पढ़ें "ॐ राहवे नम: जाग्रय स्थापय स्वाहा:"
चौमुखा दिया जला कर राहु को अर्पित करें. कोईभी मीठा प्रसाद बना कर चढ़ाएं।

राहु का जाप मंत्र :-
"ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहुवे नम:॥" यह मंत्र 18000 बार रोजाना, शांति मिलने तक जाप करना चाहिए।

राहु ग्रह शांति के उपाय :-

1. अपने पास सफेद चन्दन अवश्य रखना चाहिए। सफेद चन्दन की माला भी धारण की जा सकती है। प्रतिदिन सुबह चन्दन का टीका भी लगाना चाहिए। अगर हो सके तो नहाने के पानी में चन्दन का इत्र डाल कर नहाएं।

2. राहु की शांति के लिए श्रावण मास में रुद्राष्टाध्यायी का पाठ करना सर्वोत्तम है।

3. शनिवार को कोयला, तिल, नारियल, कच्चा दूध, हरी घास, जौ, तांबा बहती नदी में प्रवाहित करें।

4. बहते पानी में शीशा अथवा नारियल प्रवाहित करें।

5. नारियल में छेद करके उसके अन्दर ताम्बे का पैसा डालकर नदी में बहा दें।

6. बहते पानी में तांबे के 43 टुकड़े प्रवाहित करें।

7. नदी में लकड़ी का कोयला प्रवाहित करें।

8. नदी में पैसा प्रवाहित करें।

9. एक नारियल + 11 बादाम (साबुत) काले वस्त्र मेंबांधकर जल में प्रवाहित करें।

10. हर बुधवार को चार सौ ग्राम धनियां पानी में
बहाएं।

11. कुष्ठ रोगी को मूली का दान दें।

12. काले कुत्ते को मीठी रोटियां खिलाएं।

13. मोर व सर्प में शत्रुता है अर्थात सर्प, शनि तथा राहू के संयोग से बनता है। यदि मोर का पंख घर के पूर्वी और उत्तर पश्चिम दीवार में या अपनी जेब व डायरी में रखा हो तो राहू का दोष कभी भी नहीं परेशान करता है, मोरपंख की पूजा करें या हो सके तो उसे हमेशा अपने पास रखें।

14. रात को सोते समय अपने सिरहाने में जौ रखें जिसे सुबह पंक्षियों को दें।

15. सरसों तथा नीलम का दान किसी भंगी या कुष्ठ रोगी को दें।

16. राहु ग्रह से पीडि़तव्यक्ति को रोजाना कबूतरों को बाजरे में काले तिल मिलाकर खिलाना चाहिए।

17. गिलहरी को दाना डालें।

18. दो रंग के फूलों को घर में लगाएं और गणेश जी को अर्पित भी करें।

19. कुष्ठ रोगियों को दो रंग वाली वस्तुओं का दान करें।

20. हर मंगलवार या शनिवार को चीटियों को मीठा खिलाएं।

21. अगर राहू आपकी कुंडली में 12 वे घर में बैठा है तो भोजन रसोई घर में करें।

22. अष्टधातु का कड़ा दाहिने हाथ में धारण करना चाहिए।

23. जमादार को तम्बाकू का दान करना चाहिए।

24. अपने पास ठोस चाँदी से बना वर्गाकार टुकड़ा रखें।

25. श्री काल हस्ती मंदिर की यात्रा।

26. चाय की कम से कम 200 ग्राम पत्ती 18 बुधवार दान करने से रोग कारक अनिष्टकारी राहु स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।

27. नेत्रेत्य कोण में पीले फूल लगायें।

28. अपने घर के वायु कोण (उत्तर-पश्चिम) में एक लाल झंडा लगाएं।

29. यदि क्षय रोग से पीडि़त हों तो गोमूत्र से जौ को धो कर एक बोतल में रखें तथा गोमूत्र के साथ
उस जौ से अपने दाँत साफ करें।

30. शनिवार के दिन अपना उपयोग किया हुआ कंबल किसी गरीब को दान करें।

31. अमावस्या को पीपल पर रात में 12 बजे दीपक जलाएं।

32. शिवजी पर जल, धतुरा के बीज, चढ़ाएं और सोमवार
का व्रत करें।

33. यदि राहु चंद्रमा के साथ हो तो पूर्णिमा के दिन नदी की धारा में नारियल, दूध, जौ, लकड़ी का कोयला, हरी दूब, यव, तांबा, काला तिल प्रवाहित करें।

34. यदि राहु सूर्य के साथ हो तो सूर्य ग्रहण के समय कोयला और सरसों नदी की धारा में प्रवाहित करना चाहिए।

35. अगर आपकी कुंडली में भी राहु और शनि एक साथ बैठे है तो यह उपाय करे। हर रोज मजदूरों को तम्बाकु की पुडिया दान दे। ऐसा 43 दिन करे आपको कभी यह योग बुरा फल नहीं देगा।

36. यदि राहु सूर्य के साथ हो तो जौ को दूध या गौ मूत्र से धोकर बहते पानी में बहायें।

37. शुक्र राहु की युति होने पर दूध एवं हरे नारियल का दान करें ।

38. 41 दिन तक 1 रूपया प्रतिदिन भंगी को दें।