अलग अलग माला के प्रयोग के लाभ क्या हैं और क्या तरीका है?
- रुद्राक्ष की माला
- सामान्यतः किसी भी मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से कर सकते हैं
- शिव जी और उनके परिवार के लोगों के मन्त्र रुद्राक्ष पर विशेष लाभकारी होते हैं
- महामृत्युंजय और लघुमृत्युंजय मन्त्र केवल रुद्राक्ष पर ही जपना चाहिए
- स्फटिक की माला
- यह माला एकाग्रता , सम्पन्नता और शान्ति की माला मानी जाती है
- माँ सरस्वती और माँ लक्ष्मी के मन्त्र इस माला से जपना उत्तम होता है
- धन प्राप्ति और एकाग्रता के लिए स्फटिक की माला धारण करना भी अच्छा होता है
- हल्दी की माला
- विशेष प्रयोगों तथा मनोकामनाओं के लिए हल्दी की माला का प्रयोग किया जाता है
- बृहस्पति देव तथा माँ बगलामुखी के मन्त्रों के लिए हल्दी की माला का प्रयोग होता है
- हल्दी की माला से ज्ञान और संतान प्राप्ति के मन्त्रों का जाप भी कर सकते हैं
- चन्दन की माला
- चन्दन की माला दो प्रकार की होती है - लाल चन्दन और श्वेत चन्दन
- देवी के मन्त्रों का जाप लाल चन्दन की माला से करना फलदायी होता है
- भगवान् कृष्ण के मन्त्रों के लिए सफ़ेद चन्दन की माला का प्रयोग कर सकते हैं
- तुलसी की माला
- वैष्णव परंपरा में इस माला का सर्वाधिक महत्व है
- भगवान् विष्णु और उनके अवतारों के मन्त्रों का जाप इसी माला से किया जाता है
- यह माला धारण करने पर वैष्णव परंपरा का पालन जरूर करना चाहिए
- तुलसी की माला पर कभी भी देवी और शिव जी के मन्त्रों का जप नहीं करना चाहिए
Monday, 17 February 2020
अलग अलग माला के प्रयोग के लाभ
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