Friday, 18 May 2018
Hatha Jodi sadhna
हत्था जोड़ी साधना || ||
हाथ जोड़ी या हत्थाजोड़ी एक तांत्रिक जड़ी है | इसका छोटा सा पौधा होता है जिसके पत्ते ऊपर से हरे और नीचे से सफ़ेद होते हैं | यह कई जगह पर अचानक मिल जाता है मगर बिना पहचान के इसे हासिल करना मुश्किल है| हत्थाजोड़ी बंगाले जिसे सपेरे भी कहते हैं जो सांप दिखाते व पकड़ते हैं उनके पास से आसानी से मिल जाती है | क्योंकि एक जानवर होता है जिसे हमारे यहाँ तो गोव कहते हैं जो इस जड़ी को खा लेती है | जिससे जब तक उसे मारा ना जाये वो मरती नहीं | चाहे उस पर कोई वाहन भी चढ़ा दिया जाए फिर भी बहुत मुश्किल से उसे मारा जाता है जो तीन से 4 फिट तक भी हो जाती है | सामान्य यह 2 फिट तक सभी जगह मिल जाती है | पहाड़ में इस का घर आना बहुत शुभ माना जाता है | लेकिन सपेरे इसे पकड़ लेते हैं और इसे मार कर इसके पेट से हत्थाजोड़ी प्राप्त कर लेते हैं | इसका चमड़ा भी काम आता है | इसके चमड़े का जूता बनाकर अगर पहन लिया जाये तो सफ़र चाहे कितना भी पैदल कर लो थकावट नहीं होती | दूसरा आप इसे किसी पंसारी से प्राप्त कर सकते हैं, वो भी आपको मंगा कर दे सकते हैं | तीसरा आप इसे किसी पूजा की दुकान से भी ले सकते हैं या कई बार सडकों के किनारे शहर में कुछ लोग माला आदि बेचते हैं जो कपडा बिछा कर बैठे होते हैं उनसे भी यह आसानी से 2-3 सौ में मिल जाती है | हमारे यहाँ से भी ले सकते हो मगर जहाँ से भी लें, देख कर लें, क्योंकि कई जगह प्लास्टिक से या सींक से भी बनी मैंने हत्था जोड़ी देखी है | यह लकड़ी होती है जो जड़ में बनती है | इसलिए ध्यान से लें |
विधि
यह प्रयोग मेरा आजमाया हुआ है | आप कहीं से भी हत्था जोड़ी लेते हो सबसे पहले उसे स्नान कराकर शुद्ध करें | उसे गऊ के दूध से स्नान करा कर गऊ के घी में मीठा सिंदूर मिला कर उस पर लेप करें या थोड़ा लगा दें | फिर उसे मीठे सिन्दूर में रख दें | उसमें पाँच लोंग, पाँच इलाची छोटी वाली और 8 -10 दाने अक्षत या धान के रख सकते हैं | अब उस पर निम्न मन्त्र का 11000 जाप कर उसे सिद्ध कर लें | उससे पहले उसका पंचौपचार से पूजन करें | धूप दीप लगायें और मन्त्र मूँगे की माला से जपें |
मन्त्र
|| ॐ नमश चण्डीकाये नमः ||
इस मन्त्र का 11000 जाप करने से हत्था जोड़ी सिद्ध हो जाती है | उसे किसी भी काम में इस्तेमाल कर सकते हैं |
अब उस पर धन प्राप्ति या वशीकरण प्रयोग कर सकते हैं | सिद्ध हत्था जोड़ी को आप कहीं भी कोर्ट आदि में मुक़दमे की सफलता के लिए भी साथ लेकर जा सकते हैं | नौकरी आदि के इंटरव्यू आदि में भी ले जा सकते हैं | इससे सफलता मिल जाती है | अब धन प्राप्ति का प्रयोग लिखता हूँ |
धन प्राप्ति प्रयोग
एक सादा कागज लें | उस पर 9 घर का एक यंत्र बनायें | उसके प्रत्येक घर में श्रीं बीज अंकित करें | जिसे केसर या चन्दन से लिखें | अब सिद्ध हत्था जोड़ी उस कागज पर जिस पर यंत्र लिखा है रख दें और उसकी पंचौपचार से पूजा करें | फिर निम्न मन्त्र की 9 माला जाप करें | जाप मुंगे या कमल गट्टे की माला से कर सकते हैं | 9 माला के बाद उसे छुए नहीं बस ऐसे ही पड़ा रहने दें | अब सुबह उठकर एक माला फिर मन्त्र जपें और उस यंत्र में ही लपेट कर मोली बांध दें मगर मोली में गांठ ना लगायें, वैसे ही लपेट दें ताकि यंत्र उसके साथ रहे | अब उसे उठा कर किसी भी डिब्बी में रख लें | जब भी पैसों की जरूरत हो एक माला हत्था जोड़ी के सामने इसी मन्त्र का जप करें और अपनी इच्छा बोल दें और एक बात खास है | अगर आपने इस पर धन प्राप्ति का प्रयोग या वशीकरण प्रयोग किया है तो भूल कर भी दुसरे आदमी को मत दिखाएँ, नहीं तो सारी शक्ति चली जायेगी और दोबारा उसे ठीक नहीं किया जा सकता | मैंने जब यह प्रयोग सिद्ध किया था तो बहुत संभाल के रखता था | इसी के दम से मैं आधा इंडिया घूमा | जब भी जरूरत होती पाँच सौ रुपये कहीं ना कहीं से मिल जाते | फिर एक दिन मैं अपने एक दोस्त के यहाँ गया और उसने मुझे किसी बहाने से दुकान पर भेज दिया और मेरे बैग में से हत्था जोड़ी चोरी कर ली और जब मैं जाने लगा तो जय गुरुदेव कहा तो उसकी कोई चीज नीचे गिर गई | जिसे वो उठाने के लिए झुका जिससे हत्था जोड़ी की डिब्बी उसकी जेब से निकल कर मेरे आगे गिर गई | मैंने उठा ली और उसे बहुत कोसा मगर उसने हत्था जोड़ी देख ली थी | उसके बाद धन मिलना बंद हो गया और मुझे उसे जल प्रवाह करना पड़ा और दोबारा नई हत्था जोड़ी लेनी पड़ी | इसलिए कहता हूँ कि उसे दूसरा आदमी ना देखे प्रयोग के बाद चाहे आपका कितना भी खास हो | सिद्ध हत्था जोड़ी को यंत्र पर रख धूप दीप से पूजा कर निम्न मन्त्र का 9 माला और फिर सुबह एक माला जपना है | फिर उसे किसी डिब्बी में रख लेना है जहाँ भी किसी शुभ कार्य के लिए शुभ कार्य के लिए जा रहे हों, उसका दर्शन कर के जाएँ, आप का काम सिद्ध हो जायेगा क्योंकि तांत्रिक इसमें चामुंडा का वास मानते हैं, जो ठीक भी है | हर दीपावली पर इसकी पूजा जरुर करें |
यह मन्त्र रविवार रात्रि करना है | आसन लाल लें और वस्त्र कोई भी पहन लें काला रंग छोड़ कर | दिशा उतर ठीक है | जब मंत्र जप पूरा हो जाए तो वहीँ सो जाएँ |
साबर मन्त्र
|| ॐ हलीम हलीम चलीम चलीम महालक्ष्मी श्रीं श्रीं सूली सूली हिली हिली ॐ ||
|| om hleem hleem chleem chleem mahalakshmi shreem shreem suli suli hili hili om ||
Ruchi Sehgal
भूत प्रेत छाया आदि को दूर करने
भूत प्रेत छाया आदि को दूर करने के लिए एक साबर मंत्र
इस मंत्र का जप ग्रहण काल में 108 बार कर सिद्ध कर लें और जब भी कोई ऐसी स्थिति आए या किसी को भूत बाधा आदि हो तो 7 बार पढ़ कर मोर पंखो से झाड दें, उसकी बाधा शांत हो जाएगी | अगर व्यक्ति स्वयं इस जाल में फस गया हो, कुछ समझ नहीं आ रहा हो तो भी यह मंत्र को सिद्ध करलें तो प्रेत आदि उसको छोड़ कर भाग जाते हैं | अगर कोई पास न हो तो थोड़े चावल इस मंत्र से पढ़ के दें और उसे जल में स्नान करते वक़्त जल में डाल लें तो भी यह बाधा से मुक्ति मिल जाती है | मंत्र सिद्ध है इसे प्रयोग करके के बाद में प्रसाद जरूर बाँट दें और इस मंत्र से होम करने से घर में सभी बाधाएं शांत हो जाती हैं | वस्त्र कोई भी पहन लें | दिशा उतर ठीक है | धूप आदि जलता रहे | जल पास रखें और बाद में किसी पेड़ को डाल दें |
मंत्र
ॐ नमो आदेश गुरुको |
हरी बाये हरी दाये हरी हर बे बिस्तार ,
आगे पीछे हरी खड़े राखे सिरजन हार ||
चमकत बिजली गरजत श्री नर सिंह |
फटंत खभ आपदा काल राख चार चक्र ले |
नर सिंह जी के आगे मेलु इतना सो दूर जाये
पड़े प्राण काल कंटक छल, छिद्र, खेचरी, भूचरी,
भूत, दानव, नाटक चेटक, मार मार वंडी को 360,
टलंत नर सिंह पलंट काया, भगत हेत श्री नर सिंह जी आया,
कपल केश ऊरदव रूप, श्री नर सिंह बली सदा सहाए |
श्री गुरु गोबिन्द के चरणरविंद नमस्ते ||
मेरी भगती गुरु की शक्ति फुरे मंत्र ईश्वरो वाचा ||
Ruchi Sehgal
Hastakshar Sidhi Vidhan
हस्ताक्षर सिद्धि साधना |
आपके हस्ताक्षर में छुपा है आपकी सक्सेस का राज | कभी सोचा कि आप लाख प्रयत्न करते हो, बहुत मेहनत के बाद भी आपकी अर्जी ठुकरा दी जाती है, जॉब नहीं मिल पाती और अच्छे मार्क लेने के बावजूद भी आपको सीट नहीं मिल पाती | कुछ लोग इसे भाग्य का दोष मान लेते हैं, कुछ मजबूरी | बहुत सोचने के बाद एक विधान की खोज की और हमारे हजारों ऋषि इन विधाओं की खोज करते आ रहे हैं | आज हस्ताक्षर विज्ञान को भी मान्यता प्राप्त है | बस जरूरत है इसे समझने की | मैं यहाँ एक ऐसा ही विधान दे रहा हूँ | आशा करता हूँ कि यह आपके जीवन में बहुत चेंज लाएगा और सफलता आपके कदम चूमेगी | इस विधान से आप अपना मनोरथ सिद्ध करें और यह विधान पहली बार आपके सामने रख रहा हूँ |
कैसे करें हस्ताक्षर सिद्ध?
हमारे शाश्त्रों में ऐसे बहुत से विधान हैं | एक बार मैं एक ऐसे संत से मिला और इस विषय पर चर्चा की, तब उन्होंने कहा कि कुछ पूर्व जन्म के या इस जन्म के ऐसे कर्म होते हैं जो आप में कई प्रकार के दोष उत्पन्न कर देते हैं | आप कई ज्योतिषियों के पास जाते हैं, भाग्य का रोना रोते हैं लेकिन सफलता नहीं मिलती | आप अपने हाथ से जो कर्म करते हैं मगर उसका फल नहीं मिलता वो चाहे कोई दान हो या साधना कर्म | बहुत माला फेरने पर भी सिद्धि बहुत बार दूर ही रहती है | यही नहीं आप अपने हाथ से किसी को द्वा देते हैं तो वो भी असर नहीं करती | ऐसा तब होता है जब आपके गृह आपके अनुकूल न हों या आपके कर्म में दोष हो | फिर कैसे करें कोई कर्म जब असर ही न मिलता हो | इसमें भाग्य को दोष देना ठीक नहीं | दान, जप, पूजा, पाठ आदि के कर्म करने पर भी हमारी स्थिति वहीँ की वहीँ रहती है | गुरु तो शिष्य का शापोधार कर देते हैं पर आज के युग में बहुत कम ज्ञाता होते हैं जो ऐसी क्रिया करते हैं | तभी उन्होंने मुझे एक ऐसे विधान के बारे में बताया जिससे अपने हस्त की सिद्धि हो और हस्त सिद्ध होने के बाद उससे लिखा मंत्र यंत्र आदि कार्य करता ही है और हर साधना कर्म का मिलता है क्योंकि जब आपका हस्त ही सिद्ध हो गया तो पीछे रह भी क्या जाता है | ऐसा बहुत सिद्ध लोग करते हैं कि उनके द्वारा किया गया कर्म फलीभूत हो और वो अपने भक्तों को जो भी आशीष दें वो सफल हो | वो जो भी साधना आदि करें उसमें सफलता मिले, जो भी यंत्र आदि लिखे वो स्वयं सिद्ध हो | मैंने वो कर्म किया और महसूस किया कि वाकई ही ऐसा हो सकता है | अगर हम भाग्य के सहारे ही बैठे रहे तो जन्म लेने का क्या फायदा क्योंकि यह कर्म प्रधान समाज है | अगर कर्म ही फलीभूत न हो तो सोचने की बात है कि कोई तो दोष है जो आपके साधना कर्म को फलीभूत होने नहीं देता | यह आपके हस्त का दोष भी हो सकता है | इसलिए ऐसे विधान बहुत कम मिलते हैं जो आपको हस्त सिद्धि करा दें और आपके द्वारा किया गया हर साधना कर्म, पूजा पाठ या किसी के लिए लिखा गया कोई यंत्र सफलता से काम करे | मैं समझता हूँ यह विज्ञान गुरुगम्य होने के कारण यहाँ जाहिर करना ठीक नहीं | इस विषय पर कभी गुरु इच्छा हुई मिलने पर चर्चा करेंगे और इसके गुप्त पहलू को समझने की कोशिश करेंगे और इसे सिद्ध कर अपने जीवन को एक नई दिशा देंगे | आशा करता हूँ गुरु वो समय जल्दी लायें क्योंकि इन्टरनेट पर ऐसे गूढ़ विषय देने से कॉपी होकर कई वेबसाइट पर चले जाते हैं और ज्ञान का गुप्त तथ्य इन कॉपी पेस्ट वालों के नाम के बीच ही गुम हो जाता है फिर भी बहुत सोचने के बाद एक ऐसा विधान दे रहा हूँ जो आपके हस्ताक्षर सिद्ध कर देता है और जो भी आप अर्जी आदि लिख कर हस्ताक्षर कर देते हैं, उसे स्वीकारा ही जाता है और आपकी मनोकामना पूरी हो जाती है | जो भी अर्जी आदि लिखी होती है उसे मंजूरी मिल जाती है | नागेन्द्रनंद |
विधि
सबसे पहले आप चन्दन की स्याही बनायें और एक अनार की कलम का बंदोबस्त करें | फिर आप गुरु पूजन और गणेश पूजन करें और कलम का पूजन भी करें | एक पेपर पर स्वस्तिक का चिन्ह बनायें और उस चिन्ह के नीचे 2100 बार अपने हस्ताक्षर लिखें जो आपने चन्दन की स्याही से कागज पर लिखने हैं | रोज जितने लिख सको उतने ही आटे में मिला कर गोलियां बना कर मछली को मंत्र पढ़ते हुए डाल दें या पहले लिख लें, जब पूरे हो जाएँ Hतो उसकी 2100 गोली बना लें आटे की और ध्यान रहे लिखे हस्ताक्षर को आटे में मिला कर गूँथ कर गोलियां बनानी हैं | फिर आप किसी नदी या तालाब पर जाकर निम्न मंत्र का जप करते हुए गोलियां मछली को डाल देनी हैं |
जब आपके 2100 2100 बार पूरे हो जाएँ तो किसी ब्राह्मण आदि को भोजन करा कर आशीर्वाद ले लें | इस तरह आपकी साधना पूरी हो जाएगी और आपके हस्ताक्षर चलने लगेंगे, मतलब आपको सक्सेस देने लगेंगे | तो सोच क्या रहे हैं, शुरू हो जाएँ सद्गुरु का नाम लें और सिद्ध करें अपने हस्ताक्षर |
निम्न मंत्र पढ़ते हुए मछलियों को गोली डालें |
साबर मंत्र
|| ॐ श्री गणेशाये नमः मम हस्ताक्षर सिद्धम कुरु कुरु स्वाहा ||
|| Om Shree Ganeshaaye Namah Mam Hastakshar Siddham Kuru Kuru Swaha ||
Ruchi Sehgal