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Wednesday, 25 July 2018

शत्रु के नाश के टोटके

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शत्रु के नाश के टोटके -:
– अगर आपका कोई दुश्‍मन आपको बेवजह परेशान कर रहा है तो उससे छुटकारा पाने के लिए एक भोजपत्र पर लाल चंदन से उस व्‍यक्‍ति का नाम लिखें। इस पत्र को शहद की डिब्‍बी में भिगोकर रख दें। आपका शत्रु अपने आप शांत हो जाएगा।
– यदि कोई अपने दुश्‍मन को शांत करना चाहता है तो वह 38 दाने काली उड़द की दाल के और 40 चावल के दाने मिलाकर किसी गड्ढे में मिला दें। इसके ऊपर नीबू को निचोड़ दें। नीबू को निचोड़ते समय लगातार अपने शत्रु का नाम लेते रहें। इस उपाय के प्रभाव से आपका शत्रु शांत होगा और आपको कुछ भी अहित नहीं कर पाएगा।
– अगर कोई आपके पीछे पड़ा हुआ है और कैसे भी आपका अहित करना चाहता है तो नियमित हनुमान जी को गुड़ या बूंदी का भोग लगाएं। इसके अलावा हनुमान जी को प्रसन्‍न करने के लिए हनुमान जी को लाल रंग का गुलाब का फूल चढ़ाएं और बजरंग बाण का पाठ करें।
– कभी-कभी जीवन में कोई ऐसा व्‍यक्‍ति मिल जाता है जो बस दिन-रात आपको किसी न किसी तरह परेशान करने की सोचता है। ऐसे व्‍यक्‍ति से छुटकारा पाने के लिए मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमान जी के मस्‍तक के सिंदूर से मोर पंख पर अपने शत्रु का नाम लिखें। इस मोर पंख को अपने घर के मंदिर में रखें और सुबह उठते ही बिना नहाए बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय से शीघ्र ही आपका शत्रु शांत हो जाएगा।
– अपने शत्रुओं के नाश के लिए शनिवार की रात को 7 लौंग लेकर उस पर 21 बार अपने दुश्‍मन का नाम लेकर फूंक मारें। अगले दिन रविवार को इन 7 लौंगों को जला दें। यह टोटका लगातार 7 शनिवार तक करना है। इस टोटके से किसी व्‍यक्‍ति का वशीकरण भी किया जा सकता है। इस टोटके से आपका शत्रु भी शांत रहता है।
– शत्रु से छुटकारा पाने के लिए सूर्योदय से पूर्व ‘नृसिंहाय विद्यहे,वज्र नखाय धीमही तन्‍नो नृसिंह प्रचोदयात्’ मंत्र का 108 बार जाप करें। इस मंत्र का जाप किसी शांतिमय एवं एकांतपूर्ण स्‍थान पर करें। इस मंत्र का रोज़ाना जाप करने से आपके शत्रुओं के सारे प्रयास असफल हो जाएंगें।
इसके अलावा अगर आप अपने शत्रु को पेरशान करना चाहते हैं या किसी व्‍यक्‍ति से उसका अहित कर बदला लेने चाहते हैं तो इस काम में ये उपाय आपकी मदद कर सकता है।
– अगर आप अपने शत्रु को तबाह करना चाहते हैं तो अमावस्‍या या रविवार की रात को ये उपाय करें। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके बैठें और अपने सामने काले रंग के वस्‍त्र के ऊपर मां काली का चित्र लगाएं। मां काली का पूजन करें और पूजन की समाप्‍ति होने पर एक नीबू पर सिंदूर से अपने दुश्‍मन का नाम लिखें। इसके पश्‍चात् रुद्राक्ष की माला से ‘क्रीं क्रीं शत्रु नाशिनी क्रीं क्रीं फट’ मंत्र का 11 बार जाप करें।
हर एक माला के जाप के पूरा होने पर नीबू पपर उड़द की दाल चढ़ाएं और काली मां से प्रार्थना करें कि वे आपके शत्रुओं को दुर्बल बना दें। मंत्र का जाप पूरा होने के बाद एक तांबे के लोटे में उस नीबू को डाल दें और इसे किसी गड्ढे में गाड दें।
– अगर आप अपने दुश्‍मन को हराना चाहते हैं या उसके सारे प्रयास असफल करना चाहते हैं तो अपने घर के किसी कोने में अपना फटा जूता लटका दें। इस जूते के तलवे पर अपने शत्रु का नाम लिखें। ये टोटका आपके शत्रु को बरबाद करने के लिए काफी है।
– अपने शत्रु को बरबाद करने की इच्‍छा रखते हैं या उसके सभी प्रयासों को असफल करना चाहते हैं तो इसके लिए एक मुट्ठी पिसा नमक लेकर उसे शाम के समय अपने सिर से तीन बार उतार लें और इसके बाद इसे दरवाज़े के बाहर फेंक दें। ये टोटका आपको तीन दिन तक लगातार करना है।
– अगर आपका कोई शत्रु आपको बहुत ज्‍यादा परेशान कर रहा है तो आप उसे भैरव अष्‍टमी से कमजोर बना सकते हैं। ये टोटका भैरव मंदिर में ही करें। एक छोटे-से कागज़ पर भैरव देव के इस मंत्र ‘ओम क्षौं क्षौं भैरवाय स्वाहा!’ का जाप करते हुए अपने शत्रु का नाम लिखें। अब इस कागज़ को शहद की शीशी में डुबो दें और उसका ढक्‍कन बंद कर दें। इस टोटके के प्रभाव से आपका शत्रु शांत हो जाएगा।
– शुक्‍ल पक्ष के किसी भी बुधवार के दिन 5 गोमती चक्रों को अपने सिर के चारों ओर घुमाकर फेंक दें। इस टोटके के बाद आपके शत्रु आपको नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगें। यह एक तांत्रिक टोटका है।
– अगर आप अपने शत्रु को वशीभूत करना चाहते हैं या किसी से अपनी शत्रुता को खत्‍म करना चाहते हैं तो छोटी इलायची, लाल चंदन, सिंदूर, कंगनी, ककड़सिंगी से धूप बनाएं। अब रोज़ इस धूप को अपने शत्रु का नाम लेते हुए जलाएं। इस टोटके को करने के चंद दिनों के बाद ही आपको इसका असर दिखने लगेगा।
– अगर आप अपने शत्रु को सम्‍मोहित या वशीभूत करना चाहते हैं तो अपने गले में वैजयंती माला धारण करें। इस माला के प्रयोग से आप किसी को भी सम्‍मोहित कर सकते हैं। भगवान कृष्‍ण भी सदा वैजयंती माला पहने रहते थे। ये टोटका जरूर आपकी मदद करने में सफल रहेगा।

Tuesday, 24 July 2018

वशीकरण से बचने के उपाय

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ग्यारहमुखी रुद्राक्ष

ग्यारहमुखी रुद्राक्ष साक्षात रुद्र है। यह 11 रुद्रों एवं भगवान शंकर के ग्यारहवें अवतार संकटमोचन महावीर बजरंगबली का प्रतीक है। इसे धारण करने वाले व्यक्ति को सांसारिक ऐश्वर्य और संतान सुख प्राप्त होता है और उसकी सारी ऊपरी बाधाएं दूर होती हैं।

पंद्रहमुखी रुद्राक्ष

इसे धारण करने से भूत, पिशाच आदि का भय नहीं रहता। साथ ही क्रूर ग्रहों का अशुभ प्रभाव भी नहीं पड़ता है। वह श्रद्धा एवं तंत्र विद्या के जरिए विशेष सफलता प्राप्त करता है। उसे सर्पादि विषधारी प्राणियों का भी भय नहीं होता है।

वशीकरण व जादू-टोने से मुक्ति के कुछ अन्य उपाय –

यदि आपके घर पर रोज कोई न कोई आपदा आ रही है, और आपको किसी जादू-टोने की आशंका है, तो ऐसे में आपको चाहिए कि एक नारियल को काले कपड़े में सिलकर घर के बाहर लटका दें।

यदि आपने कोई नया वाहन खरीदा है और रोज वाहन में गड़बड़ हो जाती है या दुर्घटना में चोट-चपेट लग जाती है और जान-माल की हानि का खतरा बना रहता है तो आप अपने वाहन पर काले धागे से पीली कौड़ी बांधने से आप इस बुरी नजर औा वशीकरण से बच सकते हैं।

शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में जाकर प्रेमपूर्वक हनुमान जी की आराधना कर उनके कंधे पर से सिंदूर लाकर वशीकृत हुए व्यक्ति के माथे पर लगाने से वशीकरण से मुक्ति मिलती है।

वशीकरण या नकारात्मक शक्तियों से बचने के लिए रोज हनुमान जी का पूजन करे व हनुमान चालीसा का पाठ करें। प्रत्येक शनिवार को शनि को तेल चढायें और अपनी पहनी हुई एक जोडी चप्पल किसी गरीब को एक बार दान करें !



Ruchi Sehgal

वशीकरण से बचने के उपाय

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वशीकरण से बचने के उपाय
बहुत से लोग अपनी कार्य सिद्धि के लिए वशीकरण या जादू -टोने का सहारा लेते हैं। संसार में यदि सकारात्मक शक्तियाँ हैं तो नकारात्मक शक्तियाँ भी अवश्य ही हैं और हमें उनसे बचकर रहने की आवश्यकता है। मनुष्य जब भूत-प्रेत अथवा नजर, हाय या किसी दुष्ट आत्मा के जाल में फंस जाता है तब उसकी समस्या का समाधान करना दुष्कर कार्य होता है। पीड़ित व्यक्तियों को ऐसे में ज्योतिषीय उपायों या पूजन की सहायता लेनी चाहिए।


वशीकरण से बचने के उपाय
ऐसे उपायों का प्रयोग मंत्र-जादू, टोने के दुष्प्रभाव को काटते हैं। पूर्ण श्रद्धा और विश्वास से यह उपाय करने पर व्यक्ति की सभी पराबाधाओं का निवारण होता है। इनके चमत्कारिक प्रभाव से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में वृद्धि होती है तथा सकारात्मक ऊर्जा का संचार व्यक्ति को सभी समस्याओं से मुक्ति दिलवाता है। नीचे ऐसे ही कुछ यंत्रों तथा उपायों के विषय में बताया जा रहा है, जिनका सही प्रकार से प्रयोग करने से आप वशीकरण, काले जादू व अन्य नकारात्मक प्रभावों से बचे रहेंगे –

श्री हनुमान जी कृपा यंत्र

जिन व्यक्तियों की कुंडली में मांगलिक योग हो, उन व्यक्तियों के लिए इस यंत्र का पूजन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। श्री हनुमान कृपा यंत्र के नियमित पूजन से सभी प्रकार की ऊपरी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। ऊपरी बाधा, नजर, टोना-टोटका, भूत-प्रेत आदि की शांति एवं इनसे होने वाले कष्टों से बचने के लिए लोबान, गंधक, राई एवं काली मिर्च को हनुमान यंत्र के ऊपर से 7 बार फेर कर घर के प्राणियों के पास रखने से ऊपरी बाधाएं नष्ट होती हैं।

बगलामुखी यंत्र

बगलामुखी यंत्र द्वारा शत्रुओं पर विजय व वांछित सफलता प्राप्त हो सकती है। बगलामुखी यंत्र बुरी शक्तियों से बचाव के लिए अचूक यंत्र है। बगलामुखी यंत्र अकाल मृत्यु, दंगा फसाद, आपरेशन आदि से बचाव करता है। इसे गले में पहनने के साथ-साथ पूजा घर में रख सकते हैं। अपनी सफलता के लिए कोई भी व्यक्ति इस यंत्र का उपयोग कर सकता है।

बाधामुक्ति कवच

बाधामुक्ति कवच बाधामुक्ति कवच पांचमुखी, तेरहमुखी तथा गणेश रुद्राक्ष के संयुक्त मेल से बनाया गया है। तेरह मुखी रुद्राक्ष विश्वेश्वर का प्रतीक होने के कारण सभी बाधाओं को नष्ट करता है। पांचमुखी रुद्राक्ष, महारुद्र स्वरूप है और पाप, ताप आदि अशुभ बाधाओं से रक्षा करता है। गणेश रुद्राक्ष विघ्नेश्वर का स्वरूप होने के कारण जीवन में आने वाली सभी विघ्न-बाधाओं को दूर करता है। इस बाधामुक्ति कवच को धारण करने से धारणकर्ता के जीवन में आने वाली सभी बाधाओं का निराकरण होता है।

काले घोड़े की नाल

काले घोड़े की नाल की अंगूठी काले घोड़े की नाल की अंगूठी नीच कर्मों से दूर रखती है तथा भूत-प्रेत, टोना, टोटका, नजर दोष आदि से बचाती है। एवं परिवार में कलह-पीड़ा नहीं होती। यह नौकरी पेशावालों के लिए भी उपयोगी है। ज्योतिष के अनुसार शनि जीवन में कई बार ढैय्या, साढ़ेसाती, महादशा व अंतर्दशा के रूप में प्रभावी होते हैं। इस स्थिति में काले घोड़े की नाल अंगूठी में धारण करना शनि दोषों का निवारण करता है।

काले हकीक की माला

काले हकीक की माला पर हनुमान मंत्र का जप करने से शत्रु बाधा और प्रेत बाधा का निवारण होता है। जन्म पत्रिका में शनि अकारक होने पर तथा शनि से संबंधित वस्तुओं के व्यापारियों को शनि उपासना नियमित रूप से करनी चाहिए। काले हकीक की माला पर शनि के मंत्र का जप करना अत्यंत लाभकारी रहता है।

भैरव यंत्र

भैरव यंत्र भूत-प्रेत, काले जादू के प्रभाव को दूर करने में सहयोग करता है, तंत्र-मंत्र की नकारात्मक शक्तियों से व्यक्ति को बचा कर रखता है तथा सकारात्मक शक्तियों की शुभता बनाए रखता है।

संपूर्ण बाधामुक्ति यंत्र

संपूर्ण बाधामुक्ति यंत्र शत्रुओं पर विजय, मुकद्दमे में जीत, रुके कार्यों में सफलता और बुरी नजर से बचाव के लिए संपूर्ण बाधामुक्ति यंत्र बहुत प्रभावशाली है। इससे जातक का चोट, दुर्घटना, दुर्भाग्य आदि से बचाव होता है। जातक का प्रभामंडल उज्जवल होता है। संपूर्ण बाधामुक्ति यंत्र में महामृत्युंजय यंत्र, बगलामुखी यंत्र, नवग्रह यंत्र, वशीकरण यंत्र, वाहन दुर्घटना नाशक यंत्र, शनि यंत्र, राहु और केतु यंत्र, वास्तु दोष निवारण यंत्र, गणपति यंत्र और कालसर्प यंत्र सम्मिलित हैं।

गीता यंत्र

यंत्र के सम्मुख गीता पाठ करने से सहस्त्रोगुण से अधिक फल मिलता है। पाठ करने में असमर्थता होने पर यंत्र के सम्मुख शुद्ध मन से तुलसी या पंचमुखी रूद्राक्ष की माला पर जप करना विशेष लाभ देता है। गीता यंत्र पर प्रतिदिन ग्यारह की संख्या में बिल्वपत्र अर्पण करने से लक्ष्मी जी संतुष्ट होकर लाभवृद्धि करती हैं। गीता यंत्र की उपासना से भूत-प्रेत एवं पितृ दोष की शांति होती है तथा गीता यंत्र की उपासना से विद्या प्राप्ति होती है



Ruchi Sehgal