Sunday, 8 March 2020
गुम हुई वस्तु को ढूंढने के उपाय
कोई भी सामान खोना या चोरी होना सामान्य सी बात है। अंक विद्या में गुम हुई वस्तु के बारे में प्रश्र किया जाए तो उसका जवाब बहुत हद तक सच साबित होता है। अंक विद्या में इसके लिए छोटा सा सूत्र है। यदि आपकी कोई वस्तु खो गई है तो पहले आप 1 से 108 के बीच का एक अंक मन में सोचें। इस अंक को 9 से भाग दें। शेष जो अंक आए तो उसका फल इस तरह से होगा।
- एक अंक सूर्य का है। खोई वस्तु के पूर्व में मिलने की आशा है।
- दो अंक चंद्रमा का अंक है। खोई वस्तु किसी स्त्री के पास हो सकती है लेकिन वापस नहीं मिलेगी।
- तीन अंक गुरु का अंक है। वस्तु वापस मिल जाएगी। मित्रों और परिवार के लोगों से पूछें।
- चार अंक राहु का अंक है। ढूढ़ने का प्रयास व्यर्थ है। वस्तु आपकी लापरवाही से खोई है।
- पांच अंक बुध का अंक है। आप धैर्य रखें। वस्तु वापस मिलने की आशा है।
- छह अंक शुक्र का अंक है। वस्तु आप किसी को देकर भूल गए हैं। घर के दक्षिण पूर्व या रसोई घर में ढूंढने की कोशिश करें।
- सात अंक केतु का है। चिंता न करें। खोई वस्तु मिल जाएगी।
- नौ या शून्य अंक मंगल का अंक है। यदि खोई वस्तु आज मिल गई तो ठीक अन्यथा मिलने की कोई आशा नहीं है।
इस तरीके से जानें कहां है आपका खोया हुआ सामान, किसने देखा था उसे आखिरी बार
अंकशास्त्र: इस तरीके से जानें कहां है आपका खोया हुआ सामान, किसने देखा था उसे आखिरी बार
किसी चीज का खोना
किसी चीज का खोना वाकई बहुत दुखदायी होता है, विशेषकर अगर वो चीज या तो बहुत महंगी हो या फिर किसी प्रियजन द्वारा गिफ्ट की गई हो। इसके अलावा जिन चीजों या सामानों के साथ कुछ खास यादें जुड़ी होती हैं, उनका खोना भी कष्टप्रद होता है। बहुत से लोग तो अपनी चीजों के लिए इतने पोजेसिव होते हैं कि खोए हुए सामान को पाने के लिए कुछ भी कर गुजरने तक को तैयार रहते हैं।
अंकशास्त्र
ये लेख उन्हीं के लिए है। घबराइए मत, आपको अपने सामान को वापस पाने के लिए कोई कड़ी तपया नहीं करनी और ना ही व्रत रखने हैं और ना ही कुछ और भारी-भरकम काम करना है, क्योंकि मात्र अंकशास्त्र की सहायता से आप अपने सामान को वापस पा सकते हैं।
कबाला
अंकशास्त्र पर आधारित “कबाला” नामक किताब में इस बात की पूर्ण जानकारी प्रदान की गई है कि किस तरीके को अपनाकर आप आने खोए हुए सामान को ढूंढ़ सकते हैं, तो चलिए जानते हैं क्या वो प्राचीन शास्त्रीय तरीका।
अंक
किसी पेपर पर कोई भी 9 अंक लिखिए, जो सबसे पहले आपके दिमाग में आते हैं। उदाहरण के तौर पर आप 1,9,6,8,5,7,3,0,0 ले लीजिए। अब इन अंकों को जोड़ दीजिए।
अब जो भी संख्या आए उसमें 3 और जोड़ दीजिए। मसलन 1,9,6,8,5,7,3,0,0 का जोड़ 39 है तो उसमें 3 और जोड़ दीजिए। ये हुआ 42।
अंक
अब 42 को पहले तोड़िए और फिर उस संख्या को जोड़ दीजिए। 4 2=6।
सामान का मिलना
अब देखिए आपके चुने हुए अंक का रिजल्ट क्या है, क्योंकि यही रिजल्ट बताएगा कि आपका खोया हुआ सामान आखिर कहा है, वह आपको मिलेगा भी या नहीं।
अंक 1
अगर आपका अंक 1 आया है तो जिस सामान को आप ढूंढ़ रहे हैं वो आपके बेडरूम में मिलेगा या घर के उस कमरे में जिसमें आप सबसे ज्यादा समय बितात
अंक 2
अगर आपके जोड़ का अंक 2 आया है तो समझ लीजिए कि जिस सामान की तलाश आप कर रहे हैं, उसे आपके घर पर काम करने वाली स्त्री ने किसी गमले या किसी बर्तन के पीछे छोड़ दिया है। सफाई करते-करते वह सामान इधर-उधर गिर गया है, ध्यान से देखिए।
अंक 3
अगर आपका अंक 3 आया है तो आपका सामान किसी ऐसी जगह पर गिर गया है जहां बहुत सारे कागज या किताबे हों।
अंक 4
अगर आपका अंक 4 आया है तो आपको अपनी पॉकेट या वॉलेट देखना चाहिए, जहां आपने आखिरी बार अपना सामान देखा था, अभी भी आपको वही मिलेगा।
अंक 5
अंक 5 बताता है कि जिस चीज को आप ढूंढ़ रहे हैं वह किसी टोपी या हेल्मेट के नीचे हैं।
अंक 6
अंक 6 इस बात को दर्शाता है कि आपका सामान जूते के रैक या किसी स्टैंड के पीछे गिरा हुआ है। आपको घर की अल्मारियों या रैक पर देखना चाहिए।
अंक 7
अंक 7 का सीधा निशाना आपके जीवनसाथी की ओर है, उन्होंने ही कहीं रखा है या उनसे खो गया है। लेकिन उससे पहले अपनी अल्मारी चेक कीजिए।
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अंक 8
8 का अंक कहता है कि घर में काम करने वाले किसी व्यक्ति को यह जानकारी है कि आपका खोया हुआ सामान कहां है। उन्हीं से पूछताछ कीजिए।
अंक 9
अगर आपका अंक 9 आया है तो इसका अर्थ है कि आपके घर का कोई बच्चा उस चीज से खेल रहा था, उन्हीं से पूछिए।
Wednesday, 26 February 2020
मेरी माता
मेरी माता बड़ी निराली।
मुझको देख बजाती ताली।।
आँगन में दौड़ाती मुझको।
हंसती और हंसाती मुझको।।
जाती जहाँ मुझे ले जाती।
नये नये कपड़े पहनाती।।
खेल खिलौना खूब मंगाती।
और कहानी रोज सुनाती।।
मुझे सुलाती मुझे जगाती।
मुझे हिलाती मुझे झुलाती।।
मुझे खिलाती मुझे पिलाती।
छोड़ मुझे वह कहीं न जाती।।
उसका तन मेरा ही तन है।
उसका मन मेरा ही मन है।।
उसका कर मेरा ही कर है।
है वह तो न किसी का डर है।।
मेरा उसका नाता सच्चा।
मैं हूँ उसका प्यारा बच्चा।।