Tuesday, 25 February 2020
बच्चे के दांत निकलने का फल
बच्चे के दांत निकलने का फल
यदि पहले मास में बालक के दांत निकल आएं तो बालक स्वयं अपने लिए कष्टकारी होता है। उसके दूसरे मास में दांत आएं तो भाई के लिए, तीसरे मास में आएं तो बहन के लिए, चौथे मास में निकल आएं तो माता के लिए
कष्टकारी होता है। सातवें मास में दांत निकाले तो पिता के लिए सुखदायक होता है। आठवें मास में दांत निकाले
तो देह के लिए अच्छा होता है। यानि शरीर अच्छा होता है। नवें मास में बालक दांत निकाले तो धन की प्राप्ति होती है। दसवें मास में दांत निकालने पर घर में समृद्ध् िआती है। 11 वे मास में दांत निकाले तो बहुत ही भाग्यशाली होता है। 12वे मास में दांत निकाले तो बहुत ही धन की प्राप्ति होती है। यदि बालक गर्भ से ही दांत निकाल कर पैदा हो तो माता-पिता के सुख से विहीन हो सकता है। बालक ऊपर की पंक्ति में दांत निकाले तो माता-पिता व नानके पक्ष के लिए हानिकारक होता है। अशुभ महीनों में बालक दांत निकाले तो पूजा-अर्चना करनी पड़ती है।
बालक के जन्म दिन 10, 12,16, 22,32 वें दिन बालक को आरामदेह झूले में सुलाना चहिए। झूले में डालने से पूर्व शुभ तिथी वार, नक्षत्र, शुभ तिथी योग आदि का विचार कर लेना चाहिए। झूले में माता, दादी, दादा के द्वारा भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए बच्चे का सिर पूर्व की ओर रखकर शिशु को सुलाना चाहिए।
शुभ तिथियां हैं-1(कृतिका), 2,3,5,7,10,11,13, (शुक्ल पक्ष) व पूर्णिमा।
शुभवार हैं-सोम, बुध, गुरु एवम शुक्रवार।
ग्राह्य नक्षत्र- अश्विनी, रोहिणी, मृग.,पुनवसु, तीनों उत्तरा, हस्त, चित्रा तथा अनुराधा।
निष्क्रमण मुहूत्र्त- जन्म से 3,4 मासों में निम्नलिखित शुभ योगों में बालक को प्रथम बार घर से बाहर निकालना हितकर होता है। यदि आवश्यक हो तो 12 वें दिन भी निकाला जा सकता है।
शुभ तिथियां हैं-2,3,4,7,10,11,12 (शुक्लपक्ष) एवम 15।
शुभवार- सोम,बुध,गुरु, तथा शुक्र।
शुभ नक्षत्र - अश्विन, मृग, पुन, पुष्य, हस्त, अनु, श्रवण व धनिष्ठा।
शुभ लगन-2,3,4,5,6,7,9,10,11 राशि लगन।
माता,दादी आदि परिजन बालक या बालिका को स्नानादि करवा कर वस्त्रादि से अलंकृत करें तथा पुण्यहवाचन, शंख और मंगल मंत्रों से एवम गीत वाद्य सहित ध्वनि के साथ उसे मंदिर ले जाकर माथा टेकावें। मंदिर की परिक्रमा करके उसे वापस ले आवें। बालक को सूर्य दर्शन तथा चंद्र दर्शन करवाना चाहिए।
बच्चे का दांत आराम से निकले इसके लिए घरेलु टोटके- छोटे बच्चों के दांत अक्सर जन्म से 2 माह के बाद से निकलने शुरु हो जाते हैं । कईयों के 6 माह में और कइयों के 12 माह में निकलते हैं। जैसे ही बच्चा दांत निकालना शुरु करता है तो वह चिड़चिड़ा हो जाता है। उसके पेट में दर्द होना शुरु हो जाता है और वह बार-बार रोता है । उसका सिर भारा व गर्म रहने लगता है और बुखार भी आ जाता है।
माता-पिता को समझ नहीं आता कि बच्चे को क्या हो रहा है। बच्चे को पेट में दर्द भी होता है और मसूड़े सख्त हो जाते हैं। इसमें घबराने की कोई बात नहीं है। इसके लिए हम आपको घरेलु नुक्से बताएंगे जिससे बच्चा आराम से दांत निकाल लेगा।
* एक चम्मच अजवायन, 5 लौंग, एक बड़ी इलाइची, 5 मुनक्के, एक छोटी इलाइची, 10 चम्मच शहद को एक लीटर पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए। इसके बाद इसे छान कर रख लें और ठंडा होने पर बच्चे को आधा चम्मच सुबह शाम को पिलाएं।
* उंगली में शहद या नारीयल का तेल लगाकर बच्चे के मसूड़ों की ऊपर से हल्की-हल्की सुबह शाम को करें मालिश करें, सिर की सरसों के तेल से हल्की मालिश करें।
* नीम की लकड़ी से बना गुटका जो इतना बड़ा हो बच्चा मुंह में डाल सके लेकिन निगल न सके। बच्चे को चबाने के लिए दे सकते हैं। इससे मसूड़े नर्म हो जाते हैं।
*बाजार से ग्राइपवाटर की शीशी ला कर एक-एक पिला सकते हैं।
*होम्योपैथी की दवा किलकेरिया फॉस 2 गोली सुबह, 2 गोली शाम को दे सकते हैं। इससे बच्चा आराम से दांत निकाल लेता है।
*डाबर की रस पिपरी, डाबर जन्म घुंटी को भी दिया जा सकता है।
नोट- कृपया ये सभी उपाय अलग-अलग ही करें एक साथ न करें।
Tuesday, 18 February 2020
नौकरी व व्यापार में उन्नत्ति के अचूक टोटके ||
नौकरी व व्यापार में उन्नत्ति के अचूक टोटके ||
कभी- कभी ग्रहों की दशाओं के कारण व्यक्ति की नौकरी और व्यापार में रूकावट आ जाती है | दिखाई देने वाले कारण कुछ भी हो सकते है किन्तु कहीं न कहीं इन कारणों के पीछे ग्रहों का प्रभाव भी होता है | ग्रहों के अनुकूल होने पर जीवन में सभी कार्य बनते चले जाते है | फिर चाहे वो नौकरी हो , व्यापार हो या फिर विवाह में हो रहा विलंभ |
इसके विपरीत यदि ग्रह आपके अनूकुल नहीं है तो समय -समय पर आपको मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है | आज हम आपको कुछ ऐसे टोटके बताने जा रहे है जिनके करने से आप नौकरी व व्यापार की उन्नत्ति में हो रही रूकावट को दूर कर सकते है :
⇒ किसी शुक्रवार के दिन, थोड़ी मात्रा में गुड़ और चने लेकर उसमें खट्टी- मीठी बच्चों के खाने वाली टोफियाँ मिला लें अब इसे 8 बच्चों को बाँट दे , ध्यान दे सभी बच्चों की आयु 8 वर्ष से कम होनी चाहिए | इस प्रयोग को 8 शुक्रवार तक करना है | बीच के दिनों में करने की आवश्यकता नहीं है | यह प्रयोग सिर्फ शुक्रवार वाले दिन ही करें | आठ शुक्रवार पूरे होने से पहले ही आपको अपनी नौकरी या व्यापर में उन्नति के लक्षण दिखने लगेंगे |
|| व्यवसाय में वृद्धि के उपाय ||
⇒ व्यवसाय वृद्धि के लिए :- शनिवार के दिन पीपल का पत्ता लेकर उसे अच्छे से धो ले और धुप – दीप दिखाकर उसे जहाँ आप अपनी दुकान पर बैठते है उस आसन के नीचे रख दे | इस क्रिया को सात शनिवार तक करें | जैसे ही सात शनिवार पूरे हो जाते है आप इन सभी पत्तों को लेकर किसी नहर या बहते पानी में डाल दे | इस प्रकार करने से आपका व्यापार चलने लगेगा |
⇒ कपूर और रोली को जलाकर उसकी राख बना ले | अब राख को आप किसी डिब्बी में डालकर बंद कर दे | इस डिब्बी को आप अपने व्यापार में जहा पैसे रखते है उस स्थान पर रख दे | व्यापार में लाभ मिलेगा |
⇒ रविवार के दिन एक साफ़ पात्र में गंगाजल लेकर उसे गायत्री मंत्र से 21 बार जाप कर जल में फूंक लगाकर अभिमंत्रित कर ले | प्रत्येक मंत्र के बाद आप जल में फूंक लगायें | अब इस जल को आप अपनी दुकान या कारखाना जो भी हो सभी जगह पर छिड़क दे | शौचालय जैसी जगहों को छोड़ दे | इस प्रकार यह कार्य आप 7 रविवार तक करें | आपके व्यापार में वृद्धि होने लगेगी |
⇒ सुबह – सुबह अपने व्यवसाय पर जाने से पहले अपने ईष्ट देव का नाम लेकर परफ्यूम लगाकर जाने से भी व्यापार अच्छा चलता है |
⇒ एक चांदी की कटोरी में चांदी के ही गणेश जी और लक्ष्मी जी स्थापित करें | अब इसे अपने व्यापर के या दुकान के पूर्व दिशा में स्थापित कर दे | रोज सुबह -सुबह इनके सामने दूप -दीप करें आपके व्यापार में वृद्धि होने लगेगी |
⇒ मिट्टी के चार बर्तन ले ले, अब इनमे से एक बर्तन में काले तिल , दुसरे में जौ , तीसरे बर्तन में साबुत हरे मूंग और चौथे बर्तन में पीली सरसों भरकर रख दे | अब इन चारों बर्तन को दुकान में कहीं पर भी रख दे | एक साल तक इन्हें इसे ही रखे रहने दे | एक साल बाद इनको कहीं बहते पानी में विसर्जित कर दे | यदि आपके व्यसाय में ग्राहक नही आ रहे है या आपकी दुकान में भी ग्राहक नही आ रहे है तो इस टोटके का प्रयोग अवश्य करें |
|| नौकरी में उन्नत्ति के लिए ||
⇒ नौकरी में उन्नत्ति के लिए : प्रतिदिन सुबह -सुबह सूर्यदेव को जल चढ़ाये | और जल अर्पित करते समय गायत्री मंत्र का जाप भी करें | ऐसा करने से सूर्य से मिलने वाली उर्जा का आप पर सकारात्मक प्रभाव आने लगेगा और आपकी नौकरी में उन्नति के दरवाजे खुलने लगेंगे |
⇒ शनि देव हमारे कर्मो का फल देने वाले देव माने जाते है | इसलिए यदि आप चाहते है नौकरी में उन्नति करना तो आज से ही प्रत्येक शनिवार को शनिदेव की पूजा पूरे विधि -विधान अनुसार करना आरम्भ कर दे | सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें | और शनिदेव के मंत्र का जाप करें : “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनिश्चराय नमः” |
⇒ सात प्रकार के अनाज को मिलाकर घर पर रख ले | अब इनमे से प्रतिदिन थोडा -थोडा अनाज पक्षियों को खिलाये | इस प्रकार करने से सभी गृह दोष शांत होकर नौकरी में आने वाली सभी कठिनाइयाँ समाप्त हो जाती है |
⇒ सुबह घर से नौकरी पर जाते समय एक रोटी साथ लेकर जाये और रस्ते में किसी गाय को खिला दे | ऐसा करने से आपको नौकरी में जल्द ही प्रोमोशन मिलता है |
Karz Mukti ke upay कर्ज से छुटकारा पाने के उपाय : –
Karz Mukti ke upay कर्ज से छुटकारा पाने के उपाय : –
बुधवार को सुबह नहाने के बाद खाली पेट गाय को हरा चारा खिलाये | यह प्रयोग लगातार तब तक करते रहे जब तक कि कर्ज के लिए परिस्तिथियाँ अनुकूल न हो जाये |
लगातार 2 मंगलवार को हनुमान जी को चौला चढ़ाये | और हनुमान जी के चरणों से सिन्दूर लेकर माथे पर टीका लगाये | इसके साथ – साथ नियमित रूप से हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करें |
प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें | इस प्रयोग से कर्ज धीरे -धीरे कम होने लगता है |
भगवान श्री गणेश , रिद्धि -सिद्धि देने वाले देव कहलाते है | इसलिए नियमित रूप से उनकी पूजा करने से और दूर्वा व मोदक का भोग लगाने से कर्ज से मुक्ति मिलती है |
पांच गुलाब के ताजा फूल लेकर इन्हें 7 बार गायत्री मंत्र द्वारा अभिमंत्रित कर इसे एक सफ़ेद कपडे में बांधकर किसी नदी या बहते हुए जल में प्रवाहित कर दे | कर्ज चुकाने के द्वारा खुलने लगेंगे |
सर्व सिद्धि बीसा यन्त्र धारण करने से भी क़र्ज़ से मुक्ति मिलती है |
शनिवार के दिन घर की चौखट पर घोड़े की नाल को अभिमंत्रित कर लगाना चाहिए |
मंगलवार को किसी निकट के शिवमंदिर में जाकर शिवलिंग पर मसूर की दाल और जल अर्पित करे और साथ ही इस मंत्र का जाप भी करें ” ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नमः ” |
शनिवार के दिन एक मिट्टी के दिए में सरसों का तेल भरकर इसे अच्छे से ढक दे | अब इस दिए को किसी तालाब या नदी के किनारे थोडा गड्डा खोदकर दबा दे | यह भी एक परीक्षित प्रयोग है कर्ज से शीघ्र मुक्ति पाने का |
कर्ज से जल्द छुटकारा पाने हेतु ऋणमोचन मंगल स्त्रोत का पाठ भी करना चाहिए |
इन सब उपायों के अतिरिक्त आप पूजा के समय इन मंत्रो की एक माला का जाप कर अपने कर्ज से मुक्ति (karz mukti ke upay) पा सकते है :
|| ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नमः ||
|| ॐ मंगलमूर्तये नमः ||
||ॐ गं ऋणहर्तायै नमः ||