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Wednesday, 26 July 2017

लाल किताब के सरल उपाय Lal Kitab Ke Sukh Samriddhi Ke Saral Upay

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 लाल किताब के सरल उपाय Lal Kitab Ke Sukh Samriddhi Ke Saral Upay 



* आर्थिक उन्नति के लिए पूजा घर में एकांक्षी नारियल की स्थापना करें। 

*  कर्ज से मुक्ति के लिए मंगलयंत्र को हनुमान जी के चरणों में रखकर ऋण मोचन मंगल स्तोत्र के पाठ करें। 

*  प्रातः स्नान आदि कर घर के प्रत्येक सदस्य के माथे पर चंदन का तिलक लगाये और लगा ही रहने दें।  इससे आप रोग से दूर रहेंगे। (Lal Kitab Ke Saral Upay )

*  अगर किसी व्यक्ति के दिल में धनवान बनने के अरमान हो तो हर सोमवार को शिवजी का रुद्राभिषेक करे या सवा पाँच किलो शहद से किसी ब्राह्मण के द्वारा करावे अगर शिवलिंग पारद का हो तो सर्वोतम है। 

*  कोर्ट कचहरी में जाने से पहले 5 गोमती चक्र को अपनी जेब में रख कर जो, जो स्वर चल रहा हो वह पाँव पहले रखे। 

*  रोगी ठीक नही हो रहा हो तो गोमती चक्र चांदी में पिरोकर पलंग के सिरहाने बांध दे रोग समाप्त होने लगेगा। 

*  घर के मुखिया को घर में कभी भी खाली हाथ नहीं आना चाहिए , कुछ न कुछ अवश्य लाना चाहिए , अगर कुछ लेकर आने में असमर्थ हो तो रास्ते में से कागज का टुकड़ा ही उठा लावे।  यह एक चमत्कारी प्रयोग है। 

*  दुकान में चोरी रोकने के लिए दुकान में मंगलयंत्र की स्थापना करें। 

*  घर के अंदर 12 अँगुल की पलाश की लकड़ी को यदि अभिमंत्रित कर घर में गाड़ दिया जाये तो घर में किसी प्रकार की अशुभ शक्ति का प्रवेश नहीं होता है। 

*  निवास के मुख्यद्वार पर बाहर की ओर श्वेतार्क लगाने से शत्रु, रोग व चोर आदि से घर सुरक्षित रहेगा। (
(Lal Kitab Ke Saral Upay )

*  किसी भी नई मूल्यवान वस्तु का आरम्भ करने से पहले उस पर हल्दी को गंगाजल में मिला कर उस पर छींटे देने से वह अधिक समय तक चलती है। 

*  कहीं जाते समय यदि आपको कोई ऐसी गाय मिले जो बछड़े को दूध पिला रही हो तो आप उसे कोई फल अथवा अन्य वस्तु अवश्य खिलायें।  यह बहुत शुभ संकेत है , जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी। 

*  आपके मार्ग में यदि कोई सफाई कर्मचारी सफाई करता दिखाई दे जाये तो आप उसे कुछ दक्षिणा अवश्य दें।यदि वह महिला हो तो और भी अधिक शुभ है। 

*  स्नान करने के बाद ही तुलसी व विल्वपत्र तोड़ने चाहिए। 

*  तुलसी का एक एक पत्ता न तोड़कर पत्तियों के साथ अग्रभाग को तोडना चाहिए क्योंकि तुलसी की मंजरी सब फूलों से बढ़कर मानी जाती है। 

*  कभी भी किसी को दान दें तो उसे घर की देहरी में अंदर न आने दें।  दान घर की देहरी के अंदर से ही करें। 

*  उन्नति के लिये आप प्रथम गुरूवार को कच्चे सूत को केशर से रंग कर बांध दे फिर चमत्कार देखें। 
(Lal Kitab Ke Saral Upay )

*  भगवान सूर्य को यदि एक आक का फूल अर्पण कर दिया जाए तो सोने की अशर्फियों से अधिक फलदायी होगा। 

*  देवताओं के प्रीत्यर्थ प्रज्ज्वलित दीपक को स्वयं नहीं बुझाना चाहिए। 

*  स्त्रियों के बाएँ हाथ में ही रक्षासूत्र बाँधने का विधान है। 

*   मांगलिक कार्यो में दूसरे की पहनी हुई अंगूठी नही धारण करनी चाहिए। 

*  कमल का फूल लक्ष्मी जी को बहुत प्रिय है।  शनिवार , मंगलवार को लक्ष्मी पूजा प्रारम्भ न करें।

घर मैं सुख समृद्धि के सरल उपाय Ghar Mein Sukh Shanti Samriddhi Ke Saral Upay

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 अपने घर के मंदिर में स्थित मूर्तियों को दक्षिणावर्ती शंख द्वारा अभिषेक करें।  यह अत्यंत शुभ कार्य होता है। 

*  गुरूवार को घर में पोछा नहीं लगावे। 

*  संध्या के समय झाड़ू नहीं लगावे एवं घर का कचरा भी बाहर नहीं फेंके। 

* शाम होने से पूर्व सूखे कपड़े यदि खुली जगह में सूख रहे है तो उन्हें समेट लेवे। 

*  बैंक की किताब, चैक बुक , धन आदि जिस अलमारी में रखे , उस अलमारी को आप नैऋत कोण में रखे एवं आलमारी का मुख उत्तर दिशा की और खुलना चाहिए। (Shanti Samriddhi Ke Upay)

* अपने पूजा घर में आप यदि पारद के बने हुये शिवलिंग की पूजा नित्य श्रद्धा विश्वास से करें तो यह आपके परिवार में सुख - समृद्धि लाता है। 

*  चीटिंयो को चिटठी नगरा डाले। 

* किसी भी शुभ कार्य को जाते वक्त थोड़ा दही एवं पेड़ा खाले , यह समृद्धि दायक माना जाता है। 

*  मंगलवार को किसी से भी कर्ज नहीं लेवे।  हो सके तो कर्जदार को मंगलवार को ही धन की अदायगी करनी चाहिए। 

*  घर , दुकान , कार्यालय में कुबेर यंत्र एवं श्रीयंत्र की स्थापना करें।  कुबेर यंत्र को उत्तर दिशा में दक्षिण देखता हुआ एवं श्री यंत्र की पूर्व दिशा में पश्चिम देखता हुआ स्थापित करें।  क्योंकि उत्तर दिशा ही कुबेर की दिशा है।  एवं धन संबंधी प्रार्थना उत्तर दिशा की ओर मुँह करके ही करनी चाहिए। 

*  घर , दुकान, कार्यालय के मुख्य द्वार पर दोनों तरफ गणेशजी की स्थापना करनी चाहिए क्योंकि गणेशजी के नेत्रों में अमृत होता है। 

*  घर में तुलसी, सफेद आक , एवं केले का पौधा लगाना समृद्धि दायक माना जाता है। 

*  शनि की शांति हेतु शनि शंख द्वारा सरसों के तेल से शनि देव का अभिषेक करें।  प्रत्येक शनिवार को सवा किलों सरसों का तेल अपना चेहरा देखकर किसी भिक्षुक को दान देवे। 

*  रात को झूठे बर्तन रसोई में न रखें।  उन्हें धोकर साफ करके ही रखें। 

*  सोना सदा पुष्य नक्षत्र में ही खरीदना अच्छा रहता है। 

* बुधवार को किसी हिजड़े को 20 का नोट देकर 10रू वापस ले लेवें।  उस नोट को अलमारी में धन स्थान में रखें। 

*  ग्यारह गौमती चक्र को लाल सिंदूर की डिब्बी में रखें तो घर में सुख - समृद्धि बनी रहती है। (Shanti Samriddhi Ke Upay)

*  शनिवार को कुत्ते को इमरती व भिखारी को भोजन का दान करें तो शांति दोष कम होगा। 

*  प्रति शनिवार या प्रति अमावस्या को घर की विशेष साफ सफाई करे व कोई भी टुटा फूटा बर्तन अटाला, रददी आदि को बेच देवे। 

*  घर में बंद घड़ी नहीं रखनी चाहिए इससे आपकी प्रगति रूक जाती है। (Shanti Samriddhi Ke Upay)

*  लक्ष्मी जी को तुलसी भेंट नहीं करनी चाहिए। 

*  सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय घर में बच्चे और बीमार के अतिरिक्त अन्य कोई भी न सोये। 

* शयन कक्ष में चेहरा देखने वाला आइना नहीं होना चाहिए।

धन सम्पदा बढ़ाने के वास्तु सम्बंधित उपाय

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 धन सम्पदा बढ़ाने के   वास्तु सम्बंधित उपाय 


सभी की यही कामना रहती हैं कि घर में धन धान्य , सम्पदा , समृदि की बढ़त बनी रहे।  लेकिन यदि श्रदा - भक्ति से पूजन और कर्म करने के बाद भी आपकी मनोकामना पूरी नहीं हो रही है , तो इसकी वजह इन  वास्तु मान्यताओं में छुपी हो सकती है। 

भारतीय व चीनी वास्तु तथा मान्यताओं में ऐसी कई सावधानियां बरतने की हिदायत दी गई हैं, जिनको मानने से कहते हैं कि लक्ष्मी कृपा बनी रहती है। 

*  चीनी वास्तु के अनुसार कई दिनों तक घर के नल से पानी टपकता रहे, तो ऐसे घर में धन नहीं ठहरता।  कमाई अच्छी होने पर भी आर्थिक क्षय और अपव्यय की स्थिति बनी रहती है। 


* सुव्यवस्थित और साफ सुथरा वातावरण लक्ष्मी जी को पसंद है।  जाले लग रहे हों , धूल खाता, पुराना अनुपयोगी सामान इकट्ठा कर रखा हो, दीवार पर जगह जगह कीले लगी हों और सामान बिखरा हो, तो धन आगमन बाधित हो सकता है। 


* मंदिर की क्षमतानुसार ही मूर्तियां - चित्र रखें।  मंदिर में एक ही भगवान की एक से ज्यादा छवि न रखें।  मंदिर इतना न भरा हो कि देवों को पर्याप्त जगह ही न मिले।  पूजा के दौरान बातचीत न करने और पूरा ध्यान लगाने को भी कहा जाता है। 


* पैरों में विष्णु का वास माना गया है, इसलिए बुजुर्गो द्वारा अपने पैर के ऊपर पैर रखकर नहीं बैठने की हिदायत दी जाती है।  इससे यह भी आशंका रहती है कि असावधानीवश देव मूर्ति की दिशा में पैर न हो जाएं। 


*  झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. क्योंकि यह गंदगी साफ करती  शाम के बाद झाड़ू न लगाने के लिए कहते हैं, क्योंकि कम रोशनी में किसी कीमती चीज के कचरे में चले जाने की आशंका रहती है। 


*  जहां परिवार में सभी मिल जुलकर रहते हैं और प्रीत की रीत ख़ुशी से निभाई जाती है, लक्ष्मी का वास उसी घर में होता है।  साथ ही घर के बुजुर्गो के प्रति आदरभाव रखें।  कभी भी उनका अपमान न करें , न ही किसी को ऐसा करने दें।  जिस घर में बड़ों का आदर न हो , कलह की स्थिति रहे, वहां लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं। 


* रसोईघर में जूठन न छोड़ें।  इसे हमेशा साफ रखें।  खाना पकाते समय प्रसन्न रहें।  पकते भोजन को जूठा करना भी गलत माना जाता है। 


* पूजा के दौरान मंत्रो का उच्चारण स्पष्ट व शुद्ध होना चाहिए। 


* रुपयों को गिनते समय थूक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। 


* घर में अनायास उग आए वृक्षीय पौधे को न उखाड़े।  बहुत आवश्यक हो , तो उसे सावधानी से निकालकर ऐसे स्थान पर रोप दें, जहां वह पनपकर वृक्ष बन सके। 


* सर्प , मछली, कछुए तथा अन्य जीवों को परेशान करने या अकारण मारने वाला हमेशा ही दरिद्र रहता है। 


* जिस घर में आलस्य पसरा हो, वहां लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं।  इसलिए सुबह देर तक सोने या हर काम को टालने से बचें। 


*  मंदिर में बैठने के आसन की सीधे हाथ से उठाएं।  इसे पैरों से सरकाने की गलती न करें।