Tuesday, 19 June 2018
आपका पसंदीदा फल बताते हैं आपका व्यक्तित्व 2
पपीता पसंद करने वाले रोमांच पसंद आता है इन्हें
जिन लोगों को पपीता पसंद आता है वह बहुत ही उदार और निडर स्वभाव के होते हैं। इन पर बुध का प्रभाव अधिक रहता है। इनमें तार्किक शक्ति भरपूर होती है। इनके इस गुण के कारण विपरीत लिंग के व्यक्ति इनकी ओर आकर्षित होते हैं। पपीता पसंद करने वाले लोगों को रोमांच काफी अच्छा लगता है। नई-नई जगह देखना, नये लोगों से मिलना इन्हें पसंद होता है।
इनमें सोचने समझने की शक्ति गजब की होती है साथ ही यह काफी सक्रिय भी होते हैं जिससे सफलता की सीढ़ियां चढ़ते हुए उच्च पद तक पहुंच जाते हैं। अपने दोस्तों एवं सहकर्मियों के लिए ये प्रेरणा के स्रोत होते हैं।
अमरूद पसंद करने वाले--------- भाग्य के धनी होते हैं
अमरूद को धनु राशि के प्रभाव में माना जाता है जिसका स्वामी बृहस्पति ग्रह है। अमरूद पसंद करने वाले लोग बुद्घिमान होते हैं और पढ़ने-लिखने में रूचि होती है। ईश्वर के प्रति श्रद्घावान होते हैं लेकिन किसी भी मान्यता को तर्क की कसौटी पर परखने के बाद उन पर विश्वास करते हैं। खाने-पीने के शौकीन होते हैं। जो लोग जीभ पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं उन्हें मोटापे की समस्या का सामना करना पड़ता है।
ब्लड प्रेशर, लीवर, डायबिटीज एवं अर्थराईटस नामक रोग इन्हें हो सकता है। झुककर चलने की इनमें आदत होती है। अमरूद पसंद करने वाले लोग भाग्य के धनी होते हैं और राजनीतिक दांव-पेच में भी माहिर होते हैं। बुद्घि और ज्ञान से यह अपने क्षेत्र में उच्च पद पर विराजमान हो सकते हैं। इनमें प्रबंधन की भी योग्यता होती है।
Ruchi Sehgal
आपका पसंदीदा फल बताते हैं आपका व्यक्तित्व
Your Favourite Fruit Tells About Your personality-
इंसान काम करता है और फल की इच्छा भी करता है। लेकिन यहां पाने वाले नहीं बल्कि खाने वाले फल की बात हो रही है। लोग तरह तरह के फल खाना पसंद करते हैं। फलों की पसंद बताती है कि आपका व्यक्तित्व क्या है। फल ज्योतिष बताता है कि व्यक्ति की पसंद, नजरिया और राय क्या हो सकती है। अगर आपको भी किसी के व्यक्तित्व को जानना है तो बस ये जान लीजिए कि वो कौन सा फल खाना पसंद करता है।
फल ज्योतिष के अनुसार सेब पसंद करने वाले लोग उत्साही और खुश मिजाज होते हैं। आर्थिक मामलों में यह थोड़े लापरवाह होते हैं। इनमें बचत करने की प्रवृति कम होती है। इन्हें नए कपड़ों एवं संगीत का शौक होता है। ऐसे लोगों में निर्णय लेने की अच्छी क्षमता होती है। संकट के समय धैर्य से काम लेते हैं।
सेब पसंद करने वाले लोग सूर्य से प्रभावित होते हैं इसलिए इन्हें जितनी जल्दी गुस्सा आता है उतनी ही जल्दी खत्म भी हो जाता है। ये जिनसे प्यार करते हैं उसके लिए कुछ भी कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। इनके इस गुण के कारण दांपत्य जीवन खुशहाल होता।
जिस व्यक्ति को आम पसंद होता है, इन्हें बहलाना आसान नहीं होता
वह जिंदादिल होते हैं और इनमें नेतृत्व की योग्यता भरपूर होती है। यह अपनी पहचान खुद बनाना पसंद करते हैं। हर कदम सोच समझकर उठाते हैं और जल्दी किसी की बातों में नहीं आते हैं। यह किसी बात को लेकर अपने मन में एक बार जो अवधारणा बना लेते हैं उससे डिगाना इन्हें कठिन होता है। अपने इस गुण के कारण ये जल्दी धोखा नहीं खाते हैं।
इनका हृदय उदार होता। जरूरमंदों की सहायता के लिए ये सदैव तैयार रहते हैं। व्यवसायिक जीवन में यह जितने कड़क होते हैं पारिवारिक जीवन में उतने ही नरम रहते हैं। जीवनसाथी के साथ इनका व्यवहार बच्चों के जैसा होता है।
नरम दिल वाले होते हैं केला पसंद करने वाले
जिसे गुरू का प्रिय केला पसंद होता है वह नरम दिल वाले व्यक्ति होते हैं। ऐसे लोग काफी भावुक और धार्मिक प्रवृति के होते हैं। अपने इस स्वभाव के कारण यह अक्सर धोखा खाते हैं। कठिन परिस्थितियां आने पर यह जल्दी आत्मविश्वास खो देते हैं और घबरा जाते हैं। जिससे इनकी मुश्किलें और बढ़ जाती हैं।
प्यार के मामले में काफी भाग्यशाली होते हैं। अपने जीवनसाथी की भावनाओं का सम्मान करते हैं और उन्हें पूरा सहयोग देते हैं। इनके इस स्वभाव के कारण दांपत्य जीवन में इन्हें अपने साथी से भी पूरा सहयोग और स्नेह मिलता है
खूबसूरती के दिवाने होते हैं अंगूर पसंद करने वाले
अंगूर जिन्हें पसंद होता है वह गर्म मिजाज के व्यक्ति होते हैं। कोई बात पसंद नहीं आने पर इन्हें जल्दी गुस्सा आ जाता है लेकिन इनका गुस्सा अधिक समय तक नहीं रहता है। यह काफी जोशीले और उत्साही होते हैं। जीवन के हर पल को उत्साह के साथ जीना पसंद करते हैं। इसलिए दोस्तों के बीच लोकप्रिय रहते हैं। आपके दिल में किसी के लिए कोई गिला-शिकवा नहीं रहता है।
खबूसरती आपको आकर्षित करती है। आप सुन्दर लोगों से दोस्ती करना पसंद करते हैं। विपरीत लिंग के प्रति आपमें अधिक रूचि होती है इसलिए दोस्तों में विपरीत लिंग वाले लोग ही अधिक होते हैं जैसे लड़कों के दोस्तों में लड़कियां ज्यादा होती है जबकि लड़कियों के अधिक लड़के दोस्त होते हैं।
नारियल पसंद करने वाले दिल से ज्यादा दिमाग को अहमियत देते हैं
तो बहुत ही बुद्घिमान और चतुर इंसान होंगे। आपके मिलनसार स्वभाव के कारण आपकी दोस्ती का दायरा काफी बड़ा होता है। आप बहुत ही महत्वाकांक्षी होते हैं और हमेशा ऊंचाई पर पहुंचाने की कोशिश करते हैं। खास तौर पर नौकरी एवं व्यवसाय के क्षेत्र में आप खुद को दूसरों से ऊपर देखने की हसरत रखते हैं।
आप किसी बात को करने की ठान लें तो उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। अपने इस स्वभाव के कारण काफी तरक्की करते हैं। नारियल पसंद करने वाले लोग प्यार के मामले में दिल से ज्यादा दिमाग को अहमियत देते हैं। यह चाहते हैं कि इनका साथी अक्लमंद हो।
संतरा पसंद करने वाले दोस्ती ईमानदारी से निभाते हैं
फ्रूट एस्ट्रोलॉजी के अनुसार अगर आपको संतरा अधिक पसंद है तो आप शर्मीले स्वभाव के हो सकते हैं। आप होशियार और अक्लमंद होंगे। कोई भी काम आप धैर्य और समझदारी से करते हैं। जल्दबाजी में कोई काम करके अपना नुकसान कर लेना आपका स्वभाव नहीं होता है। आप काफी धैर्यवान और मेहनती होते हैं। अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना आपकी फितरत होती है।
दोस्ती को ईमानदारी पूर्वक निभाते हैं और प्यार पर आपका यकीन होता है। किसी भी समस्या को बात-चीत से सुलझाना आपको पसंद होता है। वाद-विवाद से जितना हो सके आप बचने की कोशिश करते हैं। इसलिए कभी-कभी लोग दब्बू समझ लेते हैं।
Ruchi Sehgal
The Power of Beej Mantra-बीज मंत्र की महिमा
ॐ कार मंत्र जैसे दूसरे २० मंत्र और हैं | उनको बोलते हैं बीज मंत्र | उसका अर्थ खोजो तो समझ में नही आएगा लेकिन अंदर की शक्तियों को विकसित कर देते हैं | सब बिज मंत्रो का अपना-अपना प्रभाव होता है | जैसे ॐ कार बीज मंत्र है ऐसे २० दूसरे भी हैं |
ॐ बं ये शिवजी की पूजा में बीज मंत्र लगता है | ये बं बं.... अर्थ को जो तुम बं बं.....जो शिवजी की पूजा में करते हैं | लेकिन बं.... उच्चारण करने से वायु प्रकोप दूर हो जाता है | गठिया ठीक हो जाता है | शिव रात्रि के दिन सवा लाख जप करो बं..... शब्द, गैस ट्रबल कैसी भी हो भाग जाती है | बीज मंत्र है खं.... हार्ट-टैक कभी नही होता है | हाई बी.पी., लो बी.पी. कभी नही होता | ५० माला जप करें, तो लीवर ठीक हो जाता है | १०० माला जप करें तो शनि देवता के ग्रह का प्रभाव चला जाता है | खं शब्द |
ऐसे ही ब्रह्म परमात्मा का कं शब्द है | ब्रह्म वाचक | तो ब्रह्म परमात्मा के ३ विशेष मंत्र हैं |
ॐ, खं और कं |
ऐसे ही रामजी के आगे भी एक बीज मंत्र लग जाता है | रीं रामाय नम: ||
कृष्ण जी के मंत्र के आगे बीज मंत्र लग जाता है | क्लीं कृष्णाय नम: ||
तो जैसे एक-एक के आगे, एक-एक के साथ मिंडी लगा दो तो १० गुना हो गया | ऐसे ही आरोग्य में भी ॐ हुं विष्णवे नम: | तो हुं बिज मंत्र है | ॐ बिज मंत्र है | विष्णवे..., तो विष्णु भगवान का सुमिरन | ये आरोग्य के मंत्र हैं | तो बिज मंत्र जिसमें जितन|
ये जो देवता लोग आशीर्वाद देते हैं अथवा जिनका आशीर्वाद पड़ता है, उनके जीवन में बीज मंत्रो का भी प्रभाव पड़ता है |
मंत्र शास्त्र में बीज मंत्रों का विशेष स्थान है। मंत्रों में भी इन्हें शिरोमणि माना जाता है क्योंकि जिस प्रकार बीज से पौधों और वृक्षों की उत्पत्ति होती है, उसी प्रकार बीज मंत्रों के जप से भक्तों को दैवीय ऊर्जा मिलती है। ऐसा नहीं है कि हर देवी-देवता के लिए एक ही बीज मंत्र का उल्लेख शास्त्रों में किया गया है। बल्कि अलग-अलग देवी-देवता के लिए अलग बीज मंत्र हैं।
“ऐं” सरस्वती बीज । यह मां सरस्वती का बीज मंत्र है, इसे वाग् बीज भी कहते हैं। जब बौद्धिक कार्यों में सफलता की कामना हो, तो यह मंत्र उपयोगी होता है। जब विद्या, ज्ञान व वाक् सिद्धि की कामना हो, तो श्वेत आसान पर पूर्वाभिमुख बैठकर स्फटिक की माला से नित्य इस बीज मंत्र का एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है।
“ह्रीं” भुवनेश्वरी बीज । यह मां भुवनेश्वरी का बीज मंत्र है। इसे माया बीज कहते हैं। जब शक्ति, सुरक्षा, पराक्रम, लक्ष्मी व देवी कृपा की प्राप्ति हो, तो लाल रंग के आसन पर पूर्वाभिमुख बैठकर रक्त चंदन या रुद्राक्ष की माला से नित्य एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है।
“क्लीं” काम बीज । यह कामदेव, कृष्ण व काली इन तीनों का बीज मंत्र है। जब सर्व कार्य सिद्धि व सौंदर्य प्राप्ति की कामना हो, तो लाल रंग के आसन पर पूर्वाभिमुख बैठकर रुद्राक्ष की माला से नित्य एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है।
“श्रीं” लक्ष्मी बीज । यह मां लक्ष्मी का बीज मंत्र है। जब धन, संपत्ति, सुख, समृद्धि व ऐश्वर्य की कामना हो, तो लाल रंग के आसन पर पश्चिम मुख होकर कमलगट्टे की माला से नित्य एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है।
"ह्रौं" शिव बीज । यह भगवान शिव का बीज मंत्र है। अकाल मृत्यु से रक्षा, रोग नाश, चहुमुखी विकास व मोक्ष की कामना के लिए श्वेत आसन पर उत्तराभिमुख बैठकर रुद्राक्ष की माला से नित्य एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है।
"गं" गणेश बीज । यह गणपति का बीज मंत्र है। विघ्नों को दूर करने तथा धन-संपदा की प्राप्ति के लिए पीले रंग के आसन पर उत्तराभिमुख बैठकर रुद्राक्ष की माला से नित्य एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है।
"श्रौं" नृसिंह बीज । यह भगवान नृसिंह का बीज मंत्र है। शत्रु शमन, सर्व रक्षा बल, पराक्रम व आत्मविश्वास की वृद्धि के लिए लाल रंग के आसन पर दक्षिणाभिमुख बैठकर रक्त चंदन या मूंगे की माला से नित्य एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है।
“क्रीं” काली बीज । यह काली का बीज मंत्र है। शत्रु शमन, पराक्रम, सुरक्षा, स्वास्थ्य लाभ आदि कामनाओं की पूर्ति के लिए लाल रंग के आसन पर उत्तराभिमुख बैठकर रुद्राक्ष की माला से नित्य एक हजार बार जप करने से लाभ मिलता है।
“दं” विष्णु बीज । यह
Ruchi Sehgal