कैसे करें धन का संचय
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हर मेहनत करने वाला व्यक्ति
धनी नहीं होता
धन कमाना जितना मुश्किल है उतना ही मुश्किल है धन को सम्हालना, धन की बचत करके संचित करना
धन को सहेजने के कुछ सूत्र :
कुंडली में मंगल, बुद्ध और शनि अगर शुभ प्रभाव में हो तो अतुल धन देते हैं लेकिन अगर ये जन्मपत्रीका में कमजोर हों, पीड़ित हों तो पूर्वजों द्वारा अर्जित धन भी नष्ट हो जाता है मंगल कमजोर हो तो जातक धन कमा सकता है जोड़ नहीं सकता **********************************
शनि बली हो तो जातक अपनी मेहनत से धनी होता है
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अगर शुभ बुध का साथ भी मिल जाये हो तो जातक अपनी सूझ बूझ से धन कमाता है
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कुंडली में धन कमाने के लिए नवम यानी(9) भाग्य स्थान और ग्यारवा (11) स्थान बहुत महत्वपूर्ण होता है
और धन संचय के लिए(2) दूसरा स्थान होता है अगर ये भाव किसी भी प्रकार से कमज़ोर हो यानी शनि मंगल राहु / केतु से द्रस्तिगत व पीडित और या इनमें बैठे शुभ ग्रह भी पीडित हो तो धन की स्थिती मज़बूत नही होती हम धन कमा तो सकते है मगर जुड़ नही पाता आगे के खर्च तैयार मिलते है पर अगर इनकी स्थिती मज़बूत है तो जीवन में अधिक संघर्ष नही करना पड़ता और धन जुड़ता रहता है व्यक्ति अच्छा जीवन जीता है
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किस क्षेत्र में नौकरी या व्यापार करने से धन प्राप्त होगा ये दशम भाव और दशम भाव में स्थित ग्रह बताते और उसकी शुभ /अशुभ स्थिती और उस पर अन्य ग्रहों के प्रभाव से जानकारी मिलती है जैसे :-
सूर्य बली दशम भाव में हो और छठे भाव का सम्बन्ध आ जाये तो जातक सरकारी नौकरी से धन कमाता है, मंगल हो तो जातक सेना व पुलिस या प्रशासन में नौकरी करता है
अगर अन्य ग्रहों का योग हो तो जातक मेडिकल, इलेक्ट्रॉनिक सम्बन्धी और , प्रॉपर्टी आदि का व्यापार करता है
बुध हो तो एकाउंट्स, कॉमर्स,कम्युनिकेशन बेंकिंग, ब्रोकर और लेखन से धन कमाता है,
गुरु हो तो वकालत, सलाहकार, शिक्षण,आदि से धनार्जन होता है
शुक्र हो तो व्यापार, कला, सौंदर्य प्रसाधन, स्त्रियों से संबंधित सामान आदि से सम्बंधी काम करता है
शनि हो तो बिल्डर्स, लोहा, तेल मशीनरी प्रॉपर्टी बिल्डिंग मेटीरियल इत्यादि से धन कमाता है राहु केतु का साथ में होना धनार्जन में कमी करता है
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धन संचय के उपाय : किसी भी हालत में कुंडली में कष्टकारी व खराब ग्रहों कें दोष कें लिऐ उपाय करें अन्यथा कितना भी धन कमायेंगे पर धन रुकेगा नहीं
घर कें बुजुर्गों का अपमान न करें अगर वे अपमान के दौर में शारीर छोड़ जाएँ तो भयंकर पितृ दोष लगता है और कई पीढ़ियों तक धन संचय नहीं होता ईश्वर में आस्था रखें अच्छे समय होने पर अहंकार से व बुरी आदतों से बचे क्योंकि समय एक जैसा नही रहता !
प्रतिदिन अपने पूर्वजों से अपने कृत्यों के लिए क्षमा मांगे और आगे कोई गलत काम न करने की प्रतिज्ञा करें , सरकारी नौकरी में हों तो सूर्य को रोज़ाना जल दें,
घर में तुलसी लगाएं,
जन्मपत्रीका में अगर शनि राहु पीडित हो तो शिव मंदिर मे 21 शनिवार को 100 ग्राम साबुत बादाम दान करें ,और भगवान शिव की रोज़ उपासना करे व शाम को पीपल पर दीप दान कर शनि भगवान से छमा मांगे कुष्ठ , अपंग व्यक्तियों को समय समय पर कुछ खाने की सामग्री दान करते रहें व अन्य पीड़ित ग्रहों का पता लगाकर उनका उपाय करें लाभ होगा
Friday, 17 August 2018
कुंडली और धन संचय
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