आज द्विग्रही योग में बात करते है चन्द्र और मंगल ग्रह के बारे में..!!
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चन्द्र-मंगल:--जिन जातकों की कुंडली मे चन्द्र-मंगल का योग हो वे जातक बुद्धिमान, परिश्रमी, कुछ तीक्ष्ण स्वभाव, अपने धर्म एवं नियमों का पालन करने वाला, साहसी एवं कुशल वक्ता, कैमिकल, चर्म, धातु, शिल्प आदि एवं तकनीकी कार्यो में कुशल, क्रय-विक्रय, एवं व्यापार द्वारा अच्छा धनार्जन करने में सफल होता है।
सरकारी या प्राइवेट जॉब में भी हो तो एक से अधिक साधनों द्वारा धन लाभ प्राप्त करने में कुशल होते है।
यह योग तृतीय, पंचम, नवम, दशम, एवं ग्यारहवे भावो में हो तो अच्छा फलप्रद होता है।
दशम में चन्द्र-मंगल का योग होने से उच्चाधिकारी या सेनाध्यक्षकर्ता भी हो सकते है।
प्रथम, चतुर्थ, एवं सप्तम भावो में इसका फल अच्छा नही कहा जा सकता है।
इसके अतिरिक्त यह योग मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, मकर, कुम्भ, व मीन लग्नो में विशेष प्रशस्त माना जाता है।
शेष अन्य लग्नो में साधारण फल देखने को मिलता है..!!
Friday, 17 August 2018
चन्द्र और मंगल ग्रह
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