क्लीं बीज का रहस्य
तंत्र मन्त्र सिद्धि साधना
क्लीं एकाक्षर बीज मंत्र है , इसे काम बीज कहा जाता है , यह अकेले नाहीं जपा जाता है।इसके आगे ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं लगाकर या अन्य रूप में जपा जाता है।इसके देवता काली , श्री कृष्ण, एवं काम देव है।इसका स्थान मूलाधार है , हमारे इस मंत्र में ॐ मानसिक शक्ति के केंद्र को यानी आगया चक्र को प्रभावित करता है।ह्रीं माया बीज है , यह सारे शरीर और नाभिक के अग्नि को प्रभावित करता है।क्लीं काम बीज है, यह मूलाधार के केंद्र बिंदु प्रभावित करता है और श्रीं को कमला भगवती बीज कहा जता है, जो ह्रदय को प्रभावित करता है ।
इन तीनो के मिश्रण से जप करने में जल्दी लाभ होता है ।इस मन्त्र को अंत में फट स्वाहा लगाकर जपा जाता है।यदि किसी देवता का ध्यान लगाकर मंत्र जपना हो , तो उस देवता का नाम जैसे कृष्णाय , कालिकाय, कामदेवाय आदि ।यह मंत्र अनेक देवी देवताओं के नाम से जपा जाता है।क्योंकि इसमें माया (सारे शरीर कि ऊर्जा / सहस्त्रार केंद्र), अग्नि,लक्ष्मी यानी श्री , काम और अनुस्वार के रूप में इन सब को परमात्मा का परमसार प्राप्त होता रहता है।इसे तंत्र में शिवसार कहा जाता है।
Ruchi Sehgal
No comments :
Post a Comment