रक्षा करने, जादू टोना, भूत, प्रेत, पिशाच, ओझा, डाकिनी या शाकिनी, तांत्रिक माया जाल, किया कराया आदि अभिचार कर्म रोगों को दूर करना
|| ॐ नमो आदेश गुरु को
लूना चमारीन जगत की बिजुरी
मोती हेल चमके
जो “अमुक” पिंड में जान करे विजान करे
तो उस रण्डी पे फिरे
दुहाई तख़्त सुलेमान पैगंबर की
फिरे मेरी भकित
गुरु की शक्ति
फुरो मंत्र इश्वरोवाचा ||
लूना चमारीन जगत की बिजुरी
मोती हेल चमके
जो “अमुक” पिंड में जान करे विजान करे
तो उस रण्डी पे फिरे
दुहाई तख़्त सुलेमान पैगंबर की
फिरे मेरी भकित
गुरु की शक्ति
फुरो मंत्र इश्वरोवाचा ||
विधि :- इस मन्त्र को सिद्ध करके बहुत ही बेहतरीन ढंग से इसका प्रयोग किया जा सकता हैं और इसके प्रयोग के परिणाम भी सुगमता से प्राप्त होते हैं | इस मन्त्र का जप केवल 7 दिनों तक 1 माला जप करना हैं और कब, कैसे वो आप FAQ पेज में देख सकते हैं | जब ये मन्त्र सिद्ध हो जाये तो आप इसका प्रयोग अपनी या किसी अन्य की रक्षा करने, जादू टोना, भूत, प्रेत, तांत्रिक माया जाल, किया कराया आदि रोगों को दूर करने में सफल हो जाओगे |
या फिर कोई मकान, दुकान, भूखंड या पलाट भूत-प्रेत, पिशाच, तांत्रिक, ओझा, डाकिनी या शाकिनी के अभिचार कर्म प्रभावित हो, तो उस मकान, दुकान, भूखंड या पलाट में भोजपत्र पर अष्टगंध की स्याही और अनार की कलम से उपरोक्त मन्त्र को लिखकर लगा दें | ( अगर उपलब्ध नहीं हो सके तो किसी भी साधारण से सफ़ेद कागज पर लाल या काली स्याही प्रयोग करें ) मन्त्र को लिखते समय इस मन्त्र का मन ही मन उच्चारण भी करते रहें और फिर उस मकान, दुकान, भूखंड या पलाट में लगा दे | इसके प्रभाव से वह जगह भूत-प्रेत, पिशाच, तांत्रिक, ओझा, डाकिनी या शाकिनी के अभिचार कर्म से मुक्त हो जाएगीं |
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