जंगमवाड़ी मठ – वाराणसी
वाराणसी का सबसे प्राचीन मठो में से एक है जंगमवाड़ी मठ | सदियों से यहा अपने पूर्वजो की शांति के लिए एक परम्परा चल रही है शिवलिंग दान की | यह मठ 50,000 फीट में फैला हुआ है और हर जगह शिवलिंग के दर्शन प्राप्त होते है |
जंगमवाड़ी मठ में शिवलिंगों को लेकर अलग परम्परा
इस मठ में शिवलिंगों को लेकर एक अनोखी धार्मिक परम्परा चल रही है | यहा भक्त अपनों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान की तरह शिवलिंग का दान करते है | यह मंदिर इसी कारण शिवलिंगों से भरा हुआ है , यहा लाखो शिवलिंग भक्तो द्वारा समर्प्रित किये गये है |
यहा विशेष शिव मंत्रो के साथ विधि विधान से शिवलिंग का दान लिया जाता है और मान्यता है की शिव कृपा से आत्मा को शांति प्राप्त होती है | यहा सावन के महीने में सबसे बड़े शिवलिंगों के दान होते है |
यह मठ दक्षिण भारतीयों के द्वारा बनाया गया है और उन्ही के द्वारा यह परम्परा शुरू की गयी जो अब सभी भक्त निभाने लग गये है | ऐसा अनुमान है की यह दो सौ सालो से चल रह परम्परा चल रही है |
Tuesday, 6 November 2018
यहाँ आत्मा शांति हेतु पिंड दान नहीं बल्कि होता है शिवलिंग दान
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